Edited By Rohini Oberoi,Updated: 27 Mar, 2025 12:37 PM
डायबिटीज, खासकर टाइप 2 डायबिटीज को नियंत्रित रखना स्वस्थ जीवन के लिए बहुत जरूरी है। इसके लिए संतुलित आहार बेहद आवश्यक होता है जो ब्लड शुगर के स्तर को स्थिर बनाए रखे। भारतीय खाने की पारंपरिक आदतें आधुनिक पोषण विज्ञान से मेल खाती हैं और इन्हें...
नेशनल डेस्क। डायबिटीज, खासकर टाइप 2 डायबिटीज को नियंत्रित रखना स्वस्थ जीवन के लिए बहुत जरूरी है। इसके लिए संतुलित आहार बेहद आवश्यक होता है जो ब्लड शुगर के स्तर को स्थिर बनाए रखे। भारतीय खाने की पारंपरिक आदतें आधुनिक पोषण विज्ञान से मेल खाती हैं और इन्हें डायबिटीज-फ्रेंडली डाइट में आसानी से शामिल किया जा सकता है।
टाइप 2 डायबिटीज और कैंसर के बीच संबंध
हाल ही में किए गए एक अध्ययन में मैनचेस्टर विश्वविद्यालय और राष्ट्रीय स्वास्थ्य अनुसंधान संस्थान (NIHR) ने टाइप 2 डायबिटीज और कैंसर के बीच संबंध पाया है। इस शोध से यह पता चला कि जिन महिलाओं को हाल ही में टाइप 2 डायबिटीज हुआ है उन्हें अग्न्याशय और लिवर कैंसर का खतरा अधिक हो सकता है। अध्ययन से यह भी संकेत मिलता है कि मोटापे के बिना भी डायबिटीज कैंसर के विकास में योगदान कर सकता है।
भारतीय आहार और डायबिटीज नियंत्रण
भारतीय पारंपरिक आहार डायबिटीज को नियंत्रित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। विशेष रूप से टाइप 1 डायबिटीज के लिए आहार का चयन, भोजन का समय और ब्लड शुगर स्तर को संतुलित करना महत्वपूर्ण होता है। भारतीय आहार के कई पहलू जैसे संतुलन, पोषण और स्वस्थ आदतें ब्लड शुगर को नियंत्रित करने में मददगार साबित हो सकते हैं।
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ब्लड शुगर को नियंत्रण के लिए भारतीय आहार के लाभ:
➤ लो-जीआई अनाज का सेवन: भारतीय आहार में जौ, बाजरा, और चना जैसे साबुत अनाज होते हैं जिनका ग्लाइसेमिक इंडेक्स (GI) कम होता है। ये आहार धीरे-धीरे ऊर्जा प्रदान करते हैं और ब्लड शुगर को नियंत्रित रखते हैं।
➤ मौसमी भोजन का सेवन: आयुर्वेद के अनुसार हर मौसम में उसी के अनुसार भोजन करना चाहिए। सर्दियों में तिल और घी का सेवन फायदेमंद होता है जबकि गर्मियों में दही और छाछ का सेवन शरीर के लिए लाभकारी होता है।
➤ ब्लड शुगर नियंत्रित करने वाले मसाले: भारतीय रसोई में हल्दी, जीरा, धनिया और मेथी जैसे मसाले होते हैं जो स्वास्थ्य के लिए अच्छे होते हैं। हल्दी में मौजूद करक्यूमिन सूजन को कम करता है और इंसुलिन की संवेदनशीलता को बढ़ाता है जबकि मेथी ब्लड शुगर को कम करने में मदद करती है।
➤ पौष्टिक वसा का सेवन: भारतीय खाने में सरसों, तिल और नारियल जैसे प्राकृतिक तेलों का इस्तेमाल किया जाता है जो पोषण को बढ़ावा देते हैं और शरीर को धीरे-धीरे ऊर्जा प्रदान करते हैं।
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➤ प्रोटीन युक्त भोजन: भारतीय आहार में दालें, फलियां और डेयरी उत्पाद जैसे दही, छाछ और पनीर शामिल होते हैं। ये प्रोटीन स्रोत शरीर को ब्लड शुगर नियंत्रित रखने और भूख को कम करने में मदद करते हैं।
➤ किण्वन और अंकुरण: भारतीय खाने में किण्वित भोजन (जैसे इडली और डोसा) और अंकुरित अनाज और फलियों का सेवन किया जाता है। इससे शरीर को अधिक पोषक तत्व मिलते हैं और ब्लड शुगर को नियंत्रित रखने में मदद मिलती है।
➤ ध्यानपूर्वक खाना: पारंपरिक भारतीय भोजन के समय लोग धीरे-धीरे खाते थे जिससे पाचन में मदद मिलती थी और ब्लड शुगर का स्तर भी स्थिर रहता था।
कहा जा सकता है कि डायबिटीज और कैंसर जैसी बीमारियों के प्रबंधन में भारतीय पारंपरिक आहार को एक प्रभावी तरीका माना जा सकता है। अगर हम सही आहार का चयन करें मौसमी भोजन को अपनाएं और अपने खाने की आदतों को बेहतर बनाएं तो न केवल ब्लड शुगर नियंत्रण में मदद मिलेगी बल्कि कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों का जोखिम भी कम होगा।