Edited By Anu Malhotra,Updated: 15 Oct, 2024 09:30 AM
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के ताज़ा पूर्वानुमान के अनुसार, तमिलनाडु सहित दक्षिणी भारत के कई हिस्सों में आज, कल और परसों भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना है। साइक्लोनिक सर्कुलेशन के कारण समुद्र में ऊँची लहरें उठेंगी, और हवाओं की गति 60...
नेशनल डेस्क: भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के ताज़ा पूर्वानुमान के अनुसार, तमिलनाडु सहित दक्षिणी भारत के कई हिस्सों में आज, कल और परसों भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना है। साइक्लोनिक सर्कुलेशन के कारण समुद्र में ऊँची लहरें उठेंगी, और हवाओं की गति 60 किलोमीटर प्रति घंटे तक पहुँच सकती है। दक्षिण-पश्चिम मानसून ने उत्तर-पूर्व भारत से विदाई ले ली है, और अगले दो दिनों में गुजरात, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, ओडिशा और महाराष्ट्र से भी वापसी करेगा। इन क्षेत्रों में बारिश के साथ उत्तर भारत में ठंड का असर बढ़ेगा, और नवंबर में पहाड़ों पर बर्फबारी हो सकती है।
अरब सागर में साइक्लोनिक सर्कुलेशन लो प्रेशर एरिया में बदलकर अगले कुछ दिनों में उत्तर-तमिलनाडु, पुडुचेरी, और दक्षिण आंध्र प्रदेश के तटों की ओर बढ़ेगा। इससे दक्षिण भारत में अगले तीन दिन भारी बारिश की संभावना है। केरल, तमिलनाडु, और कर्नाटक में भारी से बहुत भारी बारिश हो सकती है, और आंध्र प्रदेश के तटीय क्षेत्रों में तूफान और बिजली गिरने का खतरा है।
मछुआरों को समुद्र में जाने से रोका गया है, और NDRF एवं TDRF को अलर्ट पर रखा गया है। आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु के कुछ जिलों में स्कूल और कॉलेज बंद कर दिए गए हैं, और लोगों को वर्क फ्रॉम होम करने की सलाह दी गई है।
उत्तर भारत में ठंड बढ़ने के संकेत: साइक्लोनिक सर्कुलेशन के कारण पश्चिमी विक्षोभ भी सक्रिय होगा, जिससे उत्तर भारत में ठंड का प्रकोप बढ़ेगा। दिल्ली और आसपास के क्षेत्रों में तापमान गिर सकता है, और नवंबर के अंत तक स्मॉग और वायु प्रदूषण की स्थिति खराब होने की संभावना है।