mahakumb

विदेशी श्रद्धालुओं ने Mahakumbh में शामिल होने पर जताई खुशी, बोले - Mahadev की कृपा से यहां पहुंचे

Edited By Rohini Oberoi,Updated: 31 Jan, 2025 02:18 PM

foreign devotees expressed happiness on attending mahakumbh

प्रयागराज में इस समय महाकुंभ मेले की भव्यता देखने लायक है। देश-विदेश से लाखों श्रद्धालु और पर्यटक इस पवित्र मेले में शामिल होने के लिए लगातार आ रहे हैं। यह आयोजन हर 12 साल में होता है और इस बार 13 जनवरी से 26 फरवरी 2025 तक आयोजित किया जा रहा है।...

नेशनल डेस्क। प्रयागराज में इस समय महाकुंभ मेले की भव्यता देखने लायक है। देश-विदेश से लाखों श्रद्धालु और पर्यटक इस पवित्र मेले में शामिल होने के लिए लगातार आ रहे हैं। यह आयोजन हर 12 साल में होता है और इस बार 13 जनवरी से 26 फरवरी 2025 तक आयोजित किया जा रहा है। महाकुंभ में शामिल होने आए विदेशी पर्यटकों ने इसे अपने जीवन का यादगार पल बताया और इस अनुभव के लिए महादेव का आभार जताया।

इस मौके पर कजाकिस्तान की एलेना ने कहा, "हमारा सपना था कि हम कुंभ मेले में आएं और आज यह सपना पूरा हुआ। मैं भारत और महादेव की बहुत आभारी हूं कि उन्होंने मुझे यह मौका दिया। यह मेरे लिए बहुत ही खास अनुभव है।"

वहीं रूस की येलेना ने अपने दोस्तों के साथ इस मेले का आनंद लिया और प्रयागराज को "बहुत खूबसूरत जगह" बताया।

दूसरी ओर एक अन्य पर्यटक ने कहा, "यह जगह बहुत सुंदर है यह त्योहार और लोग भी बहुत अच्छे हैं। मेरे लिए भारत दुनिया का सबसे अच्छा देश है।"

वहीं रूस की वेलेरिया ने भी अपनी खुशी जाहिर करते हुए कहा, "यह बहुत अद्भुत है। हमने लंबी यात्रा की और यहां दो दिन रुकने वाले हैं। यह एक शानदार अनुभव है। हमें भगवान शिव के दर्शन के लिए इतना लंबा सफर तय करने का अवसर मिला, इसके लिए हम बहुत आभारी हैं।"

 

यह भी पढ़ें: Mahakumbh में 30 लाख विदेशी पर्यटकों के आने की उम्मीद, केंद्रीय पर्यटन मंत्री ने दी जानकारी

 

जर्मनी से आए एक पर्यटक ने कहा, "महाकुंभ का यह समारोह बेहद सुंदर है। मुझे भारत से प्यार है यह बहुत अच्छा है।"

महाकुंभ का धार्मिक महत्व

महाकुंभ हिन्दू धर्म का सबसे बड़ा धार्मिक आयोजन है जिसमें लाखों श्रद्धालु और साधु संगम तट पर स्नान कर अपने पापों से मुक्ति पाने की कामना करते हैं। प्रयागराज का संगम वह पवित्र स्थान है जहां गंगा, यमुना और अदृश्य सरस्वती नदी मिलती हैं। मान्यता है कि यहां स्नान करने से मोक्ष की प्राप्ति होती है।

महत्वपूर्ण स्नान तिथियां

महाकुंभ में विभिन्न तिथियों पर पवित्र स्नान का विशेष महत्व होता है। इस वर्ष प्रमुख स्नान की तारीखें निम्नलिखित हैं:

➤ 3 फरवरी - बसंत पंचमी (तीसरा शाही स्नान)
➤ 12 फरवरी - माघी पूर्णिमा
➤ 26 फरवरी - अंतिम प्रमुख स्नान

हर 12 साल में होता है महाकुंभ

महाकुंभ हर 12 साल में एक बार आयोजित किया जाता है और इस दौरान करोड़ों श्रद्धालु यहां आते हैं। यह धार्मिक आयोजन न केवल आध्यात्मिक शांति प्रदान करता है बल्कि भारतीय संस्कृति और परंपराओं को भी विश्वभर में फैलाता है।

Related Story

Trending Topics

Afghanistan

134/10

20.0

India

181/8

20.0

India win by 47 runs

RR 6.70
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!