Edited By Tanuja,Updated: 29 Sep, 2024 06:44 PM
इस हफ्ते भारतीय शेयर बाजार (Indian Share market) में विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (FPI) का निवेश रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया,...
Internationsl Desk : इस हफ्ते भारतीय शेयर बाजार (Indian Share market) में विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (FPI) का निवेश रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया, जिसमें कुल शुद्ध निवेश 23,659.55 करोड़ रुपए रहा। यह जानकारी नेशनल सिक्योरिटीज डिपॉजिटरी लिमिटेड (NSDL) द्वारा जारी आंकड़ों से मिली है।आंकड़ों के अनुसार, इस हफ्ते की शुरुआत में सोमवार को सबसे ज्यादा निवेश हुआ, जब FPI ने भारतीय शेयरों में 15,181 करोड़ रुपए का निवेश किया। यह प्रवाह पूरे हफ्ते जारी रहा, जिसमें शुक्रवार को FPI ने 8,537 करोड़ रुपये का निवेश किया, जिससे पूरे हफ्ते का कुल निवेश 23,000 करोड़ रुपए के पार पहुंच गया।
इस बड़े निवेश ने सितंबर महीने का कुल एफपीआई निवेश 57,359 करोड़ रुपए तक पहुंचा दिया है, जो इस साल अब तक का सबसे ऊंचा स्तर है। अगस्त महीने में भारतीय इक्विटी बाजार में शुद्ध विदेशी निवेश 7,322 करोड़ रुपये तक गिर गया था, जो पिछले तीन महीनों का सबसे कम मासिक निवेश था। यह गिरावट जुलाई की तुलना में विशेष रूप से अधिक थी, जब एफपीआई ने भारतीय शेयरों में 32,359 करोड़ रुपये का निवेश किया था, जैसा कि NSDL के आंकड़ों से पता चलता है।
विशेषज्ञ की राय
Geojit Financial Services के चीफ इन्वेस्टमेंट स्ट्रैटजिस्ट वी. के. विजयकुमार ने कहा, "सितंबर में अब तक विदेशी संस्थागत निवेशकों (FIIs) ने कुल 57,359 करोड़ रुपये का निवेश किया है, जिसमें एक्सचेंजों के माध्यम से किया गया निवेश 46,480 करोड़ रुपये पर पहुंच गया है। 2024 में अब तक एफआईआई का कुल निवेश 1,00,245 करोड़ रुपए हो चुका है, जिससे इस साल भारतीय रुपये की स्थिरता में योगदान मिला है।"
अमेरिकी फेडरल रिजर्व के फैसले का असर
अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में कमी करने के बाद भारतीय बाजारों में तरलता (liquidity) बढ़ी है। विदेशी निवेशकों का लगातार भारतीय बाजारों में निवेश करना इस बात का संकेत है कि भारत की आर्थिक वृद्धि और अनुकूल बाजार परिस्थितियों में उनका विश्वास बढ़ा है। इस हफ्ते घरेलू संस्थागत निवेशकों (DII) ने भी भारतीय शेयरों में 15,961.71 करोड़ रुपये का निवेश किया। इससे भारतीय शेयर सूचकांक (indices) नई ऊंचाइयों पर पहुंच गए हैं। यह रिकॉर्ड तोड़ निवेश भारतीय शेयर बाजार को और मजबूती देने की उम्मीद है, जिससे आने वाले महीनों में बाजार में स्थिर वृद्धि देखी जा सकती है।