Edited By Utsav Singh,Updated: 10 Oct, 2024 07:15 PM
हरियाणा में हाल ही में विधानसभा चुनाव खत्म हुआ, और चुनाव आयोग ने 8 अक्टूबर को परिणामों की घोषणा की। इस बार बीजेपी ने हैट्रिक मारते हुए फिर से सरकार बनाई है। वहीं, कांग्रेस एक बार फिर हरियाणा में अपनी सरकार बनाने में नाकाम रही। रोहतक जिले के पूर्व...
नेशनल डेस्क : हरियाणा में हाल ही में विधानसभा चुनाव खत्म हुआ और चुनाव आयोग ने 8 अक्टूबर को परिणामों की घोषणा की। इस बार बीजेपी ने हैट्रिक मारते हुए फिर से सरकार बनाई है। इसका मतलब है कि उन्होंने लगातार तीसरी बार जीत हासिल की है। वहीं, कांग्रेस एक बार फिर हरियाणा में अपनी सरकार बनाने में नाकाम रही। इस चुनाव के नतीजों ने पार्टी के लिए एक बार फिर चुनौती पेश की है। रोहतक जिले के पूर्व विधायक बलराज कुंडू को इस चुनाव में हार का सामना करना पड़ा। उनकी हार के बाद उन्होंने बेटियों के लिए मुफ्त बस सेवा बंद कर दी। बलराज कुंडू ने पिछले विधानसभा चुनाव जीतने के बाद बेटियों के लिए मुफ्त बस सेवा शुरू की थी। यह सेवा खासतौर पर छात्राओं की सुरक्षा और सुविधा के लिए बनाई गई थी। अब हार के बाद कुंडू ने इस सेवा को समाप्त करने का निर्णय लिया है।
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नए MLA ही बसें चलवाएं
दरअसल, हरियाणा के रोहतक जिले के पूर्व विधायक बलराज कुंडू अपने एक फैसले की वजह से चर्चा में हैं। महम सीट से इस बार चुनाव हारने के बाद उन्होंने बेटियों के लिए मुफ्त बस सेवा बंद करने का फैसला लिया है। हरियाणा जनसेवक पार्टी के सुप्रीमो का कहना है कि अब नए विधायक से बसें चलवाएं। चुनाव हारने के बाद उनका गुस्सा साफ नजर आ रहा है। उन्होंने अपने समर्थकों के साथ एक बैठक बुलाई, जिसमें हार के कारणों पर चर्चा की गई।
समर्थकों की प्रतिक्रिया
बैठक में समर्थकों ने कहा कि कुंडू ने इलाके में मुफ्त बसें चलवाईं, फिर भी लोगों ने वोट नहीं दिए। इस पर सभी ने एक सुर में कहा कि अब स्कूल, कॉलेज और विश्वविद्यालय में बेटियों को फ्री ले जाने वाली बसें बंद की जानी चाहिए। बलराज कुंडू के महम इलाके से रोहतक शहर के कॉलेजों और विश्वविद्यालयों के लिए ये बसें चल रही थीं। ये बसें सुबह बेटियों को उनके घर से उठाती थीं और शाम को वापस छोड़ती थीं।
बलराज कुंडू पिछली विधानसभा में महम से आजाद विधायक थे
कुंडु समाज सेवा के लिए जाने जाते हैं
अबकी बार महम से चुनाव हार गए, हारने के बाद उन्होने महम क्षेत्र में लड़कियों के लिए चलने के वाली 18 बसें बंद कर दी है
समाज सेवा का हार जीत से कोई मतलब नहीं होना चाहिए @balrajkundu1 pic.twitter.com/7RRTgt25yc
— ताई रामकली (@haryanvitai) October 9, 2024
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कुंडू की भावना
कुंडू ने कहा कि हार के बाद उनका मन दुखी है। उन्होंने स्पष्ट किया कि उन्होंने समाजसेवा को राजनीति के लिए नहीं चुना था। कार्यकर्ताओं ने सुझाव दिया कि अब नए विधायक ही बेटियों के लिए बसें चलवाएं। ये बसें 2017-2018 में शुरू की गई थीं। शुरुआत में 8 बसें थीं, बाद में इनकी संख्या बढ़ाकर 18 कर दी गई। ये बसें महम हलके के 42 गांवों को कवर करती थीं। इस बार महम सीट से कांग्रेस के बलराम दांगी जीते हैं, जिनके पिता के साथ वोटिंग के दिन कुंडू का विवाद हुआ था।
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छात्राओं पर प्रभाव
हजारों छात्राएं प्रतिदिन इन बसों के माध्यम से कॉलेज आती-जाती थीं, और इसके लिए कोई फीस नहीं ली जाती थी। बसों की शुरुआत का मकसद बेटियों की सुरक्षा सुनिश्चित करना था। अब बसें बंद होने के बाद छात्राओं को दूसरी सरकारी बसों या ऑटो का सहारा लेकर रोहतक आना पड़ेगा।