भारत-UAE ने ऊर्जा संबंधों को विस्तार देने के लिए 4 प्रमुख समझौतों पर किए हस्ताक्षर

Edited By Tanuja,Updated: 10 Sep, 2024 06:58 PM

four pacts inked between indian uae entities in energy sector

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अबू धाबी के युवराज (क्राउन प्रिंस) शेख खालिद बिन मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान के साथ सोमवार को व्यापक...

International Desk: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अबू धाबी के युवराज (क्राउन प्रिंस) शेख खालिद बिन मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान के साथ सोमवार को व्यापक वार्ता की तथा दोनों देशों ने चार समझौतों पर हस्ताक्षर किए जो कच्चे तेल के भंडारण, एलएनजी (तरल प्राकृतिक गैस) की दीर्घकालिक आपूर्ति और असैन्य परमाणु ऊर्जा क्षेत्र में सहयोग को आसान बनाएंगे। विदेश मंत्रालय (MEA) ने बताया कि दोनों नेताओं ने नए क्षेत्रों, विशेष रूप से परमाणु ऊर्जा, महत्वपूर्ण खनिजों, हरित हाइड्रोजन, कृत्रिम मेधा (IA) और अत्याधुनिक प्रौद्योगिकियों में संभावनाओं को तलाशने की आवश्यकता पर जोर दिया। अबू धाबी नेशनल ऑयल कंपनी (एडनॉक) और इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन लिमिटेड के बीच दीर्घकालिक एलएनजी आपूर्ति के लिए एक समझौता और एडनॉक एवं इंडिया स्ट्रेटेजिक पेट्रोलियम रिजर्व लिमिटेड (ISPRL) के बीच एक समझौता चार समझौतों में शामिल हैं। विदेश मंत्रालय के अनुसार, अमीरात परमाणु ऊर्जा कंपनी (ENEC) और न्यूक्लियर पावर कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (NPCIL) ने भी बाराकाह परमाणु ऊर्जा संयंत्र के संचालन और रखरखाव के लिए एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए।

 

चौथा समझौता अबू धाबी तटवर्ती ब्लॉक-वन के लिए ऊर्जा भारत और एडनॉक के बीच उत्पादन रियायत समझौता है। भारत में फूड पार्क स्थापित करने के लिए गुजरात सरकार और अबू धाबी डेवलपमेंट होल्डिंग कंपनी पीजेएससी के बीच एक अलग समझौता किया गया। एडनॉक सार्वजनिक क्षेत्र की इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन को सालाना 10 लाख टन तरलीकृत प्राकृतिक गैस (LNG) की आपूर्ति करेगी। इसके लिए आईओसी ने तीसरे एलएनजी आपूर्ति सौदे पर संयुक्त अरब अमीरात (UAE) की कंपनी एडनॉक के साथ समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं। एक साल से कुछ अधिक समय में एडनॉक और सार्वजनिक क्षेत्र की भारतीय कंपनियों के बीच यह तीसरा एलएनजी आपूर्ति समझौता है। एडनॉक गैस ने पिछले साल जुलाई में सालाना 12 लाख टन तक एलएनजी निर्यात के लिए IOC के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर किए थे। इसका मूल्य 14 साल की अवधि में सात अरब डॉलर से नौ अरब डॉलर के बीच था। इसके अलावा, सार्वजनिक क्षेत्र की गैस कंपनी गेल (इंडिया) लि. ने 10 साल के लिए सालाना पांच लाख टन एलएनजी खरीदने के लिए एडनॉक गैस के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर किए थे।

 

इसकी शुरुआत 2026 से होगी। दीर्घकालिक LNG अनुबंध हाजिर LNG बाजार में अस्थिरता को दूर करने के लिहाज से महत्वपूर्ण हैं। यह किफायती और भरोसेमंद एलएनजी आपूर्ति की व्यवस्था बनाते हैं। एडनॉक गैस अबू धाबी सरकार की राष्ट्रीय तेल और गैस कंपनी है और पश्चिम एशिया की प्राकृतिक गैस की सबसे पुरानी आपूर्तिकर्ता है। विदेश मंत्रालय ने कहा कि एडनॉक और ISPRL के बीच समझौता ज्ञापन में भारत में कच्चे तेल के भंडारण के लिए अतिरिक्त अवसरों में एडीएनओसी की भागीदारी की संभावना तलाशने और पारस्परिक रूप से स्वीकार्य शर्तों पर उनके भंडारण और प्रबंधन समझौते के नवीनीकरण का प्रावधान है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रंधीर जायसवाल ने कहा कि मोदी और युवराज अल नाहयान ने व्यापक रणनीतिक साझेदारी को व्यापक बनाने के उद्देश्य से भारत और यूएई के बीच बहुआयामी संबंधों पर चर्चा की। 

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