Edited By Anu Malhotra,Updated: 15 Nov, 2024 08:40 AM
प्रधानमंत्री मोदी की महत्वाकांक्षी योजना आयुष्मान भारत का लाभ अब 70 साल से अधिक उम्र के सभी बुजुर्गों को मिलेगा, चाहे उनकी आय कितनी भी हो। इस योजना के तहत आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के बुजुर्ग नागरिकों को 5 लाख रुपये का अतिरिक्त कवरेज दिया जाएगा। यह...
नेशनल डेस्क: प्रधानमंत्री मोदी की महत्वाकांक्षी योजना आयुष्मान भारत का लाभ अब 70 साल से अधिक उम्र के सभी बुजुर्गों को मिलेगा, चाहे उनकी आय कितनी भी हो। इस योजना के तहत आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के बुजुर्ग नागरिकों को 5 लाख रुपये का अतिरिक्त कवरेज दिया जाएगा। यह योजना उन वरिष्ठ नागरिकों के लिए सहारा बनेगी, जो इलाज के लिए आर्थिक रूप से असमर्थ हैं या जिनके पास हेल्थ इंश्योरेंस नहीं है।
कैसे करें रजिस्ट्रेशन?
बुजुर्ग नागरिक या उनके परिवार के सदस्य राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण (NHA) के पोर्टल beneficiary.nha.gov.in या आयुष्मान ऐप के जरिए आसानी से रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं। इसके बाद लाभार्थियों को आयुष्मान भारत 'व्यय वंदना' कार्ड जारी किया जाएगा, जो उन्हें सूचीबद्ध अस्पतालों में कैशलेस इलाज की सुविधा देगा। पंजीकरण प्रक्रिया जनरल हेल्थ सेंटर या पीएम-जेएवाई पैनल अस्पतालों पर भी की जा सकती है।
अस्पतालों में इलाज की शर्तें
आयुष्मान भारत योजना का लाभ सरकारी और चुनिंदा निजी अस्पतालों में ही उपलब्ध होगा। जिन बुजुर्गों का उपचार सालों से उनके खास डॉक्टर द्वारा किया जा रहा है, उन्हें अपने डॉक्टर की अनुशंसा वाले या नजदीकी लिस्टेड अस्पताल में जाना होगा। साथ ही, योजना के तहत सिंगल प्राइवेट रूम्स की सुविधा नहीं होगी, जिससे कुछ वरिष्ठ नागरिक असहज हो सकते हैं। अस्पतालों में कतारों की लंबाई और प्रतीक्षा समय भी बुजुर्गों के लिए चुनौती बन सकता है।
हेल्थ पॉलिसी धारकों के लिए राहत
जिनके पास पहले से ही हेल्थ इंश्योरेंस है, वे इस योजना को एक बैकअप कवर के रूप में ले सकते हैं। खासतौर पर वे वरिष्ठ नागरिक जिनके पास अधिक आय होने के कारण स्वतंत्र हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसियां हैं, वे आयुष्मान भारत 'व्यय वंदना' योजना को अतिरिक्त सुरक्षा के रूप में अपना सकते हैं।
योजना से किसे होगा फायदा?
ब्लड प्रेशर, डायबिटीज जैसी स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रहे बुजुर्ग इस योजना के माध्यम से मुफ्त इलाज करा सकेंगे। यह योजना विशेष रूप से उन लोगों के लिए फायदेमंद होगी, जो हेल्थ इंश्योरेंस का खर्च नहीं उठा सकते या जिनके पास अपनी मौजूदा पॉलिसी का पर्याप्त कवर नहीं है।