Edited By Parminder Kaur,Updated: 13 Dec, 2024 03:22 PM
फ्रांसीसी राष्ट्रपति कार्यालय ने गुरुवार को पुष्टि की कि भारत को अगले साल फरवरी में होने वाली आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एक्शन समिट के लिए आमंत्रित किया गया है। राष्ट्रपति कार्यालय ने भारत को एक "बहुत महत्वपूर्ण देश" बताया और कहा कि भारत का समिट में...
इंटरनेशनल डेस्क. फ्रांसीसी राष्ट्रपति कार्यालय ने गुरुवार को पुष्टि की कि भारत को अगले साल फरवरी में होने वाली आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एक्शन समिट के लिए आमंत्रित किया गया है। राष्ट्रपति कार्यालय ने भारत को एक "बहुत महत्वपूर्ण देश" बताया और कहा कि भारत का समिट में योगदान बेहद अहम होगा।
भारत की अहमियत और समिट का फोकस
फ्रांसीसी राष्ट्रपति कार्यालय ने प्रेस ब्रीफिंग में बताया कि इस समिट में 90 देशों को आमंत्रित किया गया है, जिसमें भारत भी शामिल है। यह समिट 10-11 फरवरी 2024 को पेरिस में ग्रांड पलैस में आयोजित की जाएगी। समिट में दुनिया भर के राज्य प्रमुखों, अंतरराष्ट्रीय संगठनों के नेताओं, बड़ी और छोटी कंपनियों के सीईओ, अकादमिक प्रतिनिधि, एनजीओ, कलाकारों और सिविल सोसाइटी के सदस्य शामिल होंगे।
फ्रांसीसी राष्ट्रपति कार्यालय ने कहा- "हमने भारत को आमंत्रित किया है और समिट से पहले भारत के साथ हम करीबी सहयोग कर रहे हैं। हम इस समिट में AI के दुरुपयोग और गलत जानकारी जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों को उठाने जा रहे हैं। भारत को एक "बहुत महत्वपूर्ण देश" बताते हुए राष्ट्रपति कार्यालय ने कहा, "भारत विशेष रूप से इस संदर्भ में महत्वपूर्ण है क्योंकि इसके पास लोगों की ज़िन्दगी पर सकारात्मक असर डालने की क्षमता है। हम भारत के योगदान का इंतजार कर रहे हैं।"
समिट के मुख्य विषय
समिट का मुख्य उद्देश्य आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के भविष्य और इसके उपयोग के संदर्भ में वैश्विक सहयोग और नीति निर्माण पर चर्चा करना है। समिट में पांच प्रमुख विषयों पर चर्चा की जाएगी, जिसमें सार्वजनिक हित के लिए AI, कार्यस्थल का भविष्य, नवाचार और संस्कृति, AI में विश्वास और वैश्विक AI शासन शामिल है।
फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों का नेतृत्व
समिट के पहले दिन यानी 10 फरवरी को विभिन्न प्रमुख नेता और प्रतिनिधि, राज्य प्रमुख भी शामिल होंगे, जो विभिन्न सत्रों में भाग लेंगे। उस दिन शाम को फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों एक आधिकारिक रात्रिभोज का आयोजन करेंगे, जिसमें राज्य प्रमुख और अन्य उच्च अधिकारी भाग लेंगे। 11 फरवरी को समिट के आखिरी दिन एक विशेष सत्र आयोजित किया जाएगा, जिसमें केवल राज्य प्रमुखों के लिए चर्चा होगी।
AI के दुरुपयोग पर जोर
समिट में AI के दुरुपयोग और गलत सूचना के मुद्दों पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। इन विषयों को समिट के केंद्रीय चर्चा बिंदु के रूप में प्रस्तुत किया जाएगा, क्योंकि ये वर्तमान में वैश्विक स्तर पर महत्वपूर्ण चिंताएँ बन चुके हैं।