Edited By Tanuja,Updated: 08 Feb, 2025 01:00 PM
अमेरिका से डिपोर्ट किए गए कई युवक पंजाब के हैं जो अपना और परिवार का सब कुछ दांव पर लगा अपने सपने पूरे करने विदेश गए थे । अभी डिपोर्ट हुए युवकों में पंजाब के होशियारपुर जिले के...
International Desk: अमेरिका से डिपोर्ट किए गए कई युवक पंजाब के हैं जो अपना और परिवार का सब कुछ दांव पर लगा अपने सपने पूरे करने विदेश गए थे । अभी डिपोर्ट हुए युवकों में पंजाब के होशियारपुर जिले के निवासी सुखपाल सिंह भी शामिल हैं जिन्होंने अमेरिका जाने के लिए अपनी जिंदगीभर की जमा पूंजी लगा दी। लेकिन उन्हें वहां जो सहना पड़ा, वह किसी बुरे सपने से कम नहीं था।अमेरिका पहुंचने के बाद उन्हें उचित भोजन तक नहीं दिया गया और मजबूरी में उन्हें 12 दिनों तक सिर्फ स्नैक्स खाकर रहना पड़ा। सुखपाल सिंह ने अमेरिका जाने के लिए करीब 45 लाख रुपये खर्च किए।
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उन्होंने बताया कि दुबई, तुर्की, मेक्सिको होते हुए वह अमेरिका पहुंचे, लेकिन वहां उनके साथ धोखा हुआ। अमेरिका पहुंचने पर एजेंटों ने उन्हें अकेला मरने को छोड़ दिया और उन्हें भूखे रहकर संघर्ष करना पड़ा। सुखपाल ने बताया कि उन्हें भोजन नहीं दिया गया और जबरदस्ती गंदी जगहों पर रखा गया । उन्होंने कहा, _"भूख इतनी तेज थी कि कई बार घास खाकर पेट भरना पड़ा।" इसके अलावा, उन्हें अमानवीय परिस्थितियों में रहना पड़ा, जहां सोने के लिए भी सही जगह नहीं थी। अंततः अमेरिकी अधिकारियों ने उन्हें पकड़ लिया और डिपोर्ट कर वापस भारत भेज दिया ।
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सुखपाल के मुताबिक, उन्हें अमेरिकी डिटेंशन सेंटर में भी कई दिनों तक भूखा रखा गया। इस पूरे संघर्ष के बाद, वह पंजाब वापस लौट आए , लेकिन अब वह मानसिक रूप से बहुत परेशान हैं। पंजाब में सरकार ने ऐसे मामलों की जांच के लिए एक विशेष टीम गठित की है। यह टीम उन युवाओं से बात कर रही है, जिन्हें अमेरिका जाने के नाम पर ठगा गया और अंत में डिपोर्ट होकर वापस आना पड़ा। विशेषज्ञों का कहना है कि पंजाब में अवैध इमीग्रेशन का नेटवर्क बहुत बड़ा हो चुका है। इस तरह के फर्जी एजेंट गरीब परिवारों से लाखों रुपये लेकर उन्हें झूठे सपने दिखाते हैं। अब सरकार ऐसे मामलों पर सख्त कार्रवाई करने की तैयारी में है ताकि भविष्य में किसी और को ऐसी परेशानियों का सामना न करना पड़े।