Edited By Harman Kaur,Updated: 10 Feb, 2025 11:05 AM
![game of muslim votes in delhi elections bjp benefited where voters were divided](https://img.punjabkesari.in/multimedia/914/0/0X0/0/static.punjabkesari.in/2025_2image_11_05_01195677085-ll.jpg)
दिल्ली के कुछ विधानसभा क्षेत्रों में मुस्लिम वोटर्स का बड़ा असर देखने को मिला। जहां मुस्लिम वोटर्स एकजुट होकर आम आदमी पार्टी (AAP) को वोट करने पहुंचे, वहां पार्टी ने जीत हासिल की। वहीं, जिन इलाकों में मुस्लिम वोटर्स बंट गए, वहां बीजेपी को फायदा हुआ।...
नेशनल डेस्क: दिल्ली के कुछ विधानसभा क्षेत्रों में मुस्लिम वोटर्स का बड़ा असर देखने को मिला। जहां मुस्लिम वोटर्स एकजुट होकर आम आदमी पार्टी (AAP) को वोट करने पहुंचे, वहां पार्टी ने जीत हासिल की। वहीं, जिन इलाकों में मुस्लिम वोटर्स बंट गए, वहां बीजेपी को फायदा हुआ। मुस्तफाबाद विधानसभा सीट इसका प्रमुख उदाहरण है, जबकि ओखला सीट पर मुस्लिम वोटर्स ने आम आदमी पार्टी को समर्थन दिया और पार्टी ने यह सीट जीत ली।
दिल्ली में सीलमपुर, मुस्तफाबाद, ओखला, मटिया महल, बल्लीमारान, सदर बाजार, सीमापुरी और बाबरपुर जैसी आठ विधानसभा सीटें ऐसी हैं, जहां मुस्लिम वोटर्स की संख्या बाकी सीटों से अधिक है। इनमें से कुछ सीटों पर मुस्लिम वोटर्स की संख्या 40 प्रतिशत से ज्यादा है, जबकि अन्य सीटों पर यह 20-30 प्रतिशत के बीच है। मुस्तफाबाद और ओखला सीट पर आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के साथ-साथ AIMIM ने भी अपने उम्मीदवार उतारे थे। मुस्तफाबाद से AIMIM ने ताहिर हुसैन को और ओखला से शिफा उर रहमान खान को मैदान में उतारा था।
मुस्तफाबाद सीट पर मुस्लिम वोटर्स AIMIM, कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के बीच बंट गए, जिसका सीधा फायदा बीजेपी को हुआ। वहीं ओखला सीट पर मुस्लिम वोटर्स ने AIMIM और कांग्रेस को वोट दिया, लेकिन इसके बावजूद आम आदमी पार्टी ने यह सीट जीत ली।
वोटिंग के दिन विभिन्न पोलिंग सेंटरों पर मुस्लिम समाज के लोगों, खासकर महिलाओं, युवाओं और बुजुर्गों से बात की गई। उन्होंने बताया कि उन्होंने आम आदमी पार्टी को वोट दिया, क्योंकि पार्टी ने उन्हें मुफ्त बिजली-पानी और महिलाओं के लिए बसों में मुफ्त यात्रा जैसी सुविधाएं दी हैं। इस कारण उन्हें आम आदमी पार्टी पर भरोसा था और उन्होंने पार्टी का समर्थन किया।