Edited By Rahul Rana,Updated: 02 Apr, 2025 01:20 PM
न्यामति में भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) डकैती की जांच से खुलासा हुआ है कि मुख्य साजिशकर्ता ने टीवी धारावाहिक ‘मनी हीस्ट' तथा बैंक चोरी और डकैती से जुड़ी फिल्में देखकर वारदात को अंजाम देने की साजिश रची थी। एसबीआई की न्यामति शाखा में 28 अक्टूबर 2024 को...
नेशनल डेस्क: न्यामति में भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) डकैती की जांच से खुलासा हुआ है कि मुख्य साजिशकर्ता ने टीवी धारावाहिक ‘मनी हीस्ट' तथा बैंक चोरी और डकैती से जुड़ी फिल्में देखकर वारदात को अंजाम देने की साजिश रची थी। एसबीआई की न्यामति शाखा में 28 अक्टूबर 2024 को खिड़की की ग्रिल निकालकर घुसे अपराधियों ने 17.7 किलोग्राम सोना चोरी कर लिया था। पुलिस ने गहन जांच के बाद तमिलनाडु और कर्नाटक के न्यामति से छह लोगों के गिरोह को गिरफ्तार किया। आरोपियों की पहचान विजय कुमार , उसके भाई अजय कुमार, अभिषेक, चंद्रू, मंजूनाथ और परमानंद (30) के रूप में हुई है। मुख्य साजिशकर्ता विजय कुमार तमिलनाडु का निवासी और कई साल पहले उसने न्यामति में मिठाई की दुकान खोली थी। पुलिस ने बताया कि विजय कुमार आर्थिक तंगी से जूझ रहा था, इसीलिए उसने वारदात को अंजाम दिया। उसने बताया कि बैंक ने अगस्त 2023 में उसे 15 लाख रुपये का कर्ज देने से मना कर दिया था, जिसके चलते वह बैंक से खफा भी था।
पुलिस ने बताया कि टीवी धारावाहिक और फिल्मों के अलावा, यूट्यूब वीडियो देखकर भी उसने वारदात की साजिश रची। गिरोह ने छह से नौ माह तक इसकी योजना बनाई और उसकी साजिश के बारे में किसी को भनक नहीं लगे, इसके लिए उसने काफी सावधानी बरती। विजय कुमार ने इस अवधि के दौरान लोहा काटने का औजार और गैस कटर सहित अन्य उपकरण खरीदे। विजय कुमार ने ऑक्सीजन सिलेंडर की क्रमांक संख्या को भी मिटा दिया। अपराधियों ने स्ट्रांग रूम के एक लॉकर को गैस कटर से काटा और उसमें रखा कीमती सामान चोरी किया तथा बैंक परिसर में लगे सीसीटीवी फुटेज के डीवीआर को भी अपराधी अपने साथ ले गए। पुलिस ने बताया कि इतना ही नहीं, गिरोह ने अंगुलियों के निशाना, टेलीफोन का डेटा तथा सेल फोन डेटा जैसे सबूत भी नहीं छोड़े, लेकिन वैज्ञानिक जांच के बाद आखिरकार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया।