Edited By Rahul Rana,Updated: 13 Nov, 2024 08:20 AM
वाराणसी के गंगा के तट पर, जहां हर साल दीपों की जगमगाहट और गंगा आरती का आयोजन होता है, इस बार देव दीपावली का पर्व और भी खास होगा। 15 नवंबर को विश्वप्रसिद्ध दशाश्वमेध घाट पर देव दीपावली के मौके पर गंगा आरती का दृश्य देखने के लिए देश-विदेश से...
नेशनल डेस्क। वाराणसी के गंगा के तट पर, जहां हर साल दीपों की जगमगाहट और गंगा आरती का आयोजन होता है, इस बार देव दीपावली का पर्व और भी खास होगा। 15 नवंबर को विश्वप्रसिद्ध दशाश्वमेध घाट पर देव दीपावली के मौके पर गंगा आरती का दृश्य देखने के लिए देश-विदेश से श्रद्धालुओं का हुजूम उमड़ेगा। खास बात यह है कि इस साल पहली बार देव दीपावली का आयोजन लाइव प्रसारित किया जाएगा, जिसे लोग गंगा सेवा निधि की वेबसाइट पर देख सकेंगे।
लाइव प्रसारण का आरंभ
गंगा सेवा निधि की ओर से देव दीपावली का लाइव प्रसारण पहली बार किया जा रहा है। वेबसाइट gangasevanidhi.in का शुभारंभ 15 नवंबर को ही होगा, और इस दिन लोग देव दीपावली की गंगा आरती का साक्षात्कार ऑनलाइन भी कर सकेंगे। इस आयोजन में प्रधानमंत्री और काशी के सांसद नरेंद्र मोदी भी दिल्ली से गंगा आरती के साक्षी बनेंगे।
साल का विशेष आयोजन
इस साल देव दीपावली के साथ-साथ गंगा सेवा निधि की शौर्य रजत जयंती भी मनाई जा रही है। गंगा के किनारे 'एक संकल्प गंगा किनारे' अभियान के तहत लाखों लोग पर्यावरण और जल संरक्षण के लिए एकजुट होकर संकल्प लेंगे। गंगा के तट पर वैदिक विधि से मां गंगा की पूजा होगी। इस पूजा में 21 ब्राह्मणों के साथ प्रमुख अर्चक आचार्य रणधीर, पं. श्रीधर पांडेय और प्रो. चंद्रमौलि उपाध्याय शामिल होंगे।
शास्त्र और शंखनाद के साथ पूजन
आरती के दौरान श्रीराम जन्म योगी के शंखनाद और श्रीकाशी विश्वनाथ डमरू दल के 10 स्वयंसेवकों के डमरू की ध्वनि गूंजेगी। साथ ही गंगा सेवा निधि के संस्थापक पं. सत्येंद्र मिश्र की स्मृति में आकाशदीप जलाए जाएंगे।
आलिशान सजावट और सुरक्षा का इंतजाम
दशाश्वमेध घाट को सजाने के लिए विशेष फूलों का इस्तेमाल किया जाएगा, जो बनारस के अलावा कोलकाता और गुवाहाटी से लाए जाएंगे। घाट की सुरक्षा के लिए 24 सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे और 39 जीटीसी के जवान गार्ड ऑफ ऑनर देंगे। इसके अलावा, भारी सुरक्षा बलों की तैनाती की जाएगी।
मुख्य अतिथि और सम्मान
इस भव्य आयोजन के मुख्य अतिथि में एनडीआरएफ के महानिदेशक पीयूष आनंद, भारतीय थल सेना के लेफ्टिनेंट जनरल अनिंद्य सेन गुप्ता, और अन्य प्रमुख व्यक्ति शामिल होंगे। सांस्कृतिक संध्या में भोजपुरी कलाकार मोहन राठौर और उपशास्त्रीय गायिका प्रोफेसर रेवती साकलकर समेत अन्य कलाकार अपनी प्रस्तुति देंगे।
गणमान्य लोग करेंगे शहीदों को सम्मानित
साथ ही कार्यक्रम के दौरान सात शहीदों को 'भगीरथ शौर्य सम्मान' से सम्मानित किया जाएगा। ये शहीद कर्नल एमएन राय, लेफ्टिनेंट कर्नल जेआर चिट्नीस, सुरेंद्रलाल श्रीवास्तव, विनोद कुमार यादव, रमेश यादव, रवि शर्मा और सोनू यादव होंगे, जिन्होंने देश की रक्षा में अपने प्राणों की आहुति दी थी।
CCTV कैमरे से होगी सुरक्षा और निगरानी
भगवती मां गंगा की आरती के दौरान देश-विदेश आये लाखों श्रद्धालुओं को भारी संख्या में सुरक्षाबलों के साथ 24 सीसीटीवी से की जाएगी। इस मौके पर हनुमान यादव व सुरजीत सिंह ने बताया कि भारत सेवाश्रम संघ के 100 स्वयंसेवक व सुरक्षा उपकरणों के साथ तैनात रहेंगे। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में सुरक्षा बल तैनात रहेंगे।