Edited By Anu Malhotra,Updated: 21 Mar, 2025 10:21 AM

बेंगलुरु में एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर और उसकी पत्नी के बीच वैवाहिक विवाद ने नया मोड़ ले लिया है। जहां पति ने पत्नी और ससुरालवालों पर ब्लैकमेलिंग और मानसिक उत्पीड़न का आरोप लगाया था, वहीं अब पत्नी ने भी पति पर दहेज प्रताड़ना, मारपीट और मानसिक उत्पीड़न...
नेशनल डेस्क: बेंगलुरु में एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर और उसकी पत्नी के बीच वैवाहिक विवाद ने नया मोड़ ले लिया है। जहां पति ने पत्नी और ससुरालवालों पर ब्लैकमेलिंग और मानसिक उत्पीड़न का आरोप लगाया था, वहीं अब पत्नी ने भी पति पर दहेज प्रताड़ना, मारपीट और मानसिक उत्पीड़न के गंभीर आरोप लगाए हैं। दोनों पक्षों की शिकायतों के बाद पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
पत्नी के आरोप:
पत्नी का दावा है कि शादी के बाद से ही पति ने उसके साथ नौकरानी जैसा व्यवहार किया और उसे ठीक से खाना तक नहीं दिया। उसने यह भी आरोप लगाया कि सास ने बेडरूम में कैमरा लगाने का सुझाव दिया और पति ने उसके चुटकुले रिकॉर्ड कर बदनाम करने की कोशिश की।
पत्नी ने आगे कहा कि, "पति कैसे कह सकता है कि उसने मुझे हर दिन शारीरिक संबंध बनाने के लिए 5000 रुपये दिए?" दरअसल, पति ने अपने आरोपों में कहा था कि उसकी पत्नी फिजिकल रिलेशन बनाने के लिए हर दिन 5000 रुपये की मांग करती थी। इसके अलावा, पत्नी ने ससुरालवालों पर उसे गर्भवती करने का दबाव डालने का भी आरोप लगाया। उसने कहा कि "मुझे मेरे ससुरालवाले रोजाना प्रताड़ित करते थे, ऐसे माहौल में मैं बच्चे कैसे पैदा कर सकती हूं?"
दूसरी ओर, सॉफ्टवेयर इंजीनियर पति ने पत्नी और सास पर ब्लैकमेलिंग का आरोप लगाते हुए कहा कि शादी से पहले ही सास ने अपने खाते में 3 लाख रुपये ट्रांसफर करवाए थे और 50,000 रुपये नकद लिए थे। पति ने यह भी आरोप लगाया कि "जब भी मैं पत्नी के साथ शारीरिक संबंध बनाने की कोशिश करता था, वह हर बार 5000 रुपये की मांग करती थी। अगर मैं उसे गले लगाने की कोशिश करता, तो वह मेरे गुप्तांगों पर चोट मारती।"
इंजीनियर का कहना है कि उसकी पत्नी और सास ने उससे 60 लाख रुपये के घर की किश्त चुकाने के लिए हर महीने 75,000 रुपये की मांग की थी और मना करने पर तलाक के लिए 40 लाख रुपये गुजारा भत्ता मांगा।
फिलहाल पति की शिकायत के आधार पर व्यालिकावल पुलिस स्टेशन ने एक गैर-संज्ञेय रिपोर्ट (NCR) दर्ज की है। पुलिस ने पत्नी को बयान देने के लिए बुलाया, जहां उसने स्पष्ट कर दिया कि वह वैवाहिक संबंध जारी रखने में दिलचस्पी नहीं रखती। पति का कहना है कि विवाद को सुलझाने के लिए वे मनोचिकित्सक के पास गए थे, लेकिन पत्नी ने वहां भी शादी जारी रखने से इनकार कर दिया। मनोचिकित्सक ने दोनों को आपसी सहमति से तलाक लेने की सलाह दी है।