Edited By Utsav Singh,Updated: 21 Aug, 2024 07:05 PM
भारत में महिलाओं के खिलाफ यौन अपराध, विशेषकर बलात्कार, की बढ़ती संख्या और न्याय प्रणाली में विफलता एक गंभीर चिंता का विषय बन चुकी है। पिछले दो-तीन दशकों में, बलात्कार के मामलों में चिंताजनक वृद्धि देखी गई है।
नेशनल डेस्क : भारत में महिलाओं के खिलाफ यौन अपराध, विशेषकर बलात्कार, की बढ़ती संख्या और न्याय प्रणाली में विफलता एक गंभीर चिंता का विषय बन चुकी है। पिछले दो-तीन दशकों में, बलात्कार के मामलों में चिंताजनक वृद्धि देखी गई है, और इन अपराधों से जुड़े दोषियों को सजा देने की प्रक्रिया में कई समस्याएं सामने आई हैं। पिछले कुछ दशकों में बलात्कार के मामलों में लगातार वृद्धि हो रही है। राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) के आंकड़े बताते हैं कि बलात्कार के मामलों में हर साल वृद्धि हो रही है, जिससे महिलाओं की सुरक्षा की स्थिति में कमी आई है।सामाजिक, आर्थिक और कानूनी कारणों से बलात्कार के मामलों की संख्या में वृद्धि हुई है, जिसमें जेंडर भेदभाव, सामाजिक मानसिकता, और कानून के प्रवर्तन में कमी शामिल हैं।
सजा देने की प्रक्रिया में समस्याएं
बलात्कार के मामलों में न्याय की प्रक्रिया अक्सर बहुत धीमी होती है। कई बार पीड़िता को वर्षों तक अदालतों के चक्कर काटने पड़ते हैं, जिसके कारण न्याय की प्रतीक्षा में निराशा होती है।फास्ट ट्रैक कोर्ट के बावजूद, कई मामलों में सुनवाई की प्रक्रिया लंबे समय तक चलती है, जिससे पीड़िताओं को न्याय मिलने में देरी होती है। बलात्कार के मामलों में पीड़िताओं के अधिकारों की अनदेखी और कानूनी प्रक्रियाओं में कमी भी एक बड़ी समस्या है। कई बार पीड़िता को सही कानूनी सहायता नहीं मिल पाती, और दोषियों के खिलाफ सजा दिलाने में कठिनाई होती है।वहीं बहुत से मामले ऐसे होते हैं जिनमें दोषियों को सजा नहीं मिलती, या फिर जो सजा मिलती है, वह अपर्याप्त होती है।अदालतों में साक्ष्य की कमी, सामाजिक दबाव और अन्य कानूनी अड़चनें दोषियों को सजा से बचने में मदद करती हैं।
विभिन्न देशों में सजा के अलग-अलग प्रावधान
बलात्कार के अपराध पर विभिन्न देशों में अलग-अलग सजा और दंड दिए जाते हैं। सजा की प्रकृति और अवधि उस देश की न्याय व्यवस्था, कानूनी ढांचा और सामाजिक मानदंडों पर निर्भर करती है। यहाँ आज हम विभिन्न देशों में बलात्कार के अपराध पर लागू होने वाली सजा के बारे में विस्तार से जानेंगे।
2. ब्रिटेन
सजा की प्रकृति: ब्रिटेन में बलात्कार के दोषियों को आमतौर पर 5 से 15 वर्षों की सजा होती है। लेकिन गंभीर मामलों में, जैसे कि पीड़िता की मौत या अत्यंत क्रूरता, सजा जीवनभर की हो सकती है।
3. ऑस्ट्रेलिया
सजा की प्रकृति: ऑस्ट्रेलिया में बलात्कार के दोषियों को 7 से लेकर 25 वर्षों तक की सजा हो सकती है, लेकिन यह भी अपराध की गंभीरता और मामले के विशेष तथ्यों पर निर्भर करता है। गंभीर मामलों में, जैसे कि बलात्कार के दौरान हत्या, दोषी को जीवन की सजा मिल सकती है।
4. स्वीडन
सजा की प्रकृति: स्वीडन में बलात्कार के अपराध के लिए 2 से लेकर 6 वर्षों तक की सजा हो सकती है, और गंभीर मामलों में यह सजा बढ़ाई जा सकती है।
5. सऊदी अरब
सजा की प्रकृति: सऊदी अरब में बलात्कार के दोषियों को कठोर सजा मिल सकती है, जिसमें फांसी भी शामिल हो सकती है। शरिया कानून के अनुसार, बलात्कार के मामलों में मृत्यु दंड या गंभीर शारीरिक दंड भी दिए जा सकते हैं।
6. जर्मनी
सजा की प्रकृति: जर्मनी में बलात्कार के दोषियों को 2 से 15 वर्षों तक की सजा हो सकती है, और अगर बलात्कार अत्यंत गंभीर हो या पीड़िता को गंभीर चोटें आई हों, तो सजा बढ़ाई जा सकती है।
7. कुवैत
सजा की प्रकृति: सात दिनों के अंदर मौत की सजा दे दी जाती है।
8. ईरान
सजा की प्रकृति: 24 घंटे के अंदर पत्थरों से मार कर या फांसी लगाकर मार दिया जाता है।
9. अफगानिस्तान
सजा की प्रकृति: 4 दिनों के भीतर सिर में गोली मार दिया जाता है।
10. चीन
सजा की प्रकृति: नो ट्रायल, मेडिकल जांच में प्रमाणित होने के बाद मृत्यु दंड।
11. मलेशिया
सजा की प्रकृति: मृत्यु दंड।
12. मंगोलिया
सजा की प्रकृति: परिवार द्वारा बदले स्वरुप मृत्यु।
13.इराक
सजा की प्रकृति: पत्थरों से मारकर हत्या।
14.कतर
सजा की प्रकृति: हाथ, पैर, यौनांग काट कर पत्थर मारकर हत्या।
15.पोलेंड
सजा की प्रकृति: सुवरों से कटवाकर मौत (देथ थ्रोन बाई पिग्सह)। दक्षिण अफ्रीका- 20 साल की जेल हो सकती है।
16. अमेरिका
सजा की प्रकृति: पीड़िता की उम्र और क्रूरता को देखकर उम्रकैद या 30 साल की सजा दी जाती है।
17. सऊदी अरब
सजा की प्रकृति: फांसी पर टांगने या उसके यौनांगों को काटने की सजा
18.रूस
सजा की प्रकृति:यहां पीड़िता की उम्र को ही देखकर दोषी को 20 साल की कठोर सजा देने का प्रावधान है।
19. नीदरलैंड
सजा की प्रकृति:नीदरलैंड के कानून में यौन अपराधों के लिए अलग-अलग सजा बताई गई है।
20. भारत
सजा की प्रकृति: भारत में बलात्कार के दोषियों को 7 साल से लेकर उम्रकैद तक की सजा हो सकती है। गंभीर मामलों, जैसे कि बलात्कार के दौरान अत्यधिक हिंसा या पीड़िता की मौत, के लिए मृत्यु दंड भी संभव है।
21. दक्षिण कोरिया
सजा की प्रकृति: दक्षिण कोरिया में बलात्कार करने वालों के लिए कोई माफी नहीं दी जाती है। यहां आरोपी को सुरक्षा बलों द्वारा गोली मार दी जाती है।