Edited By Mahima,Updated: 25 Jan, 2025 11:31 AM
गाजियाबाद कोर्ट ने सोशल मीडिया इन्फ्लूएंसर एल्विश यादव के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने का आदेश दिया है। सौरभ गुप्ता ने आरोप लगाया कि एल्विश ने उनकी गाड़ी का पीछा कर जान से मारने की धमकी दी। एल्विश यादव के खिलाफ पहले भी कई कानूनी मामले दर्ज हो चुके हैं,...
नेशनल डेस्क: सोशल मीडिया इन्फ्लूएंसर और यूट्यूबर एल्विश यादव की मुश्किलें बढ़ गई हैं। गाजियाबाद की एक कोर्ट ने उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज करने का आदेश दिया है। यह मामला गाजियाबाद के नंदग्राम थाने से जुड़ा हुआ है, जहां पर उन्हें एक गंभीर आरोप का सामना करना पड़ रहा है। अपर सिविल जज की कोर्ट ने बीएनएसएस धारा 173(4) के तहत नंदग्राम थाने में मुकदमा दर्ज करने के निर्देश दिए हैं।
जानिए क्या है पूरा मामला?
दरअसल, यह मामला नोएडा के सेक्टर 49 थाना क्षेत्र से जुड़ा हुआ है, जहां एक व्यक्ति सौरभ गुप्ता ने एल्विश यादव पर गंभीर आरोप लगाए थे। सौरभ गुप्ता का कहना है कि एल्विश यादव ने उनकी गाड़ी का पीछा किया और उन्हें जान से मारने की धमकी दी। यह घटना उस समय हुई जब गाड़ी को सौरभ गुप्ता चला रहे थे। हालांकि, गाजियाबाद पुलिस ने इस मामले में किसी भी प्रकार की कार्रवाई नहीं की, जिसके बाद सौरभ गुप्ता ने कोर्ट का रुख किया। इसके बाद, कोर्ट ने इस मामले को गंभीरता से लिया और गाजियाबाद पुलिस को निर्देश दिए कि वे एल्विश यादव के खिलाफ मुकदमा दर्ज करें। यह आदेश गाजियाबाद के नंदग्राम थाने को जारी किया गया है। अब गाजियाबाद पुलिस एल्विश यादव के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करेगी।
एल्विश यादव के खिलाफ पहले भी हो चुकी है कार्रवाई
यह पहला मामला नहीं है जब एल्विश यादव को कानूनी समस्याओं का सामना करना पड़ा हो। वे पहले भी कई बार पुलिस और कोर्ट की कार्यवाही का हिस्सा रह चुके हैं। हाल ही में, अक्टूबर 2024 में एल्विश यादव का नाम एक और मामले में सामने आया था, जब दिल्ली पुलिस ने HiBox एप्लिकेशन के जरिए निवेशकों को ठगने वाले एक गिरोह का पर्दाफाश किया था। इस मामले में पता चला था कि निवेशकों का भरोसा जीतने के लिए कई सोशल मीडिया इन्फ्लूएंसर और यूट्यूबर्स ने इस एप्लिकेशन का प्रचार किया था, जिसमें एल्विश यादव का नाम भी शामिल था। पुलिस ने इस मामले में कई अन्य सोशल मीडिया इन्फ्लूएंसर और यूट्यूबर्स को भी नोटिस जारी किए थे, जिनमें अभिषेक मल्हान, लक्ष्य चौधरी और पूरव झा जैसे नाम शामिल थे। इसके अलावा, एल्विश यादव के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने भी कार्रवाई की थी, जिसमें उनकी संपत्ति जब्त कर ली गई थी। एल्विश पर सांपों की डिलीवरी कराने का भी आरोप था, जो काफी चर्चित हुआ था। इस मामले में गिरफ्तारी के बाद उन्हें जेल भी जाना पड़ा था। अधिकारियों का कहना था कि जेल में पहली रात एल्विश को नींद नहीं आई थी और वह करवटें बदलते रहे थे, जो उनके लिए एक कठिन अनुभव था।
क्या हो सकता है आगे?
अब इस नए मामले के बाद, एल्विश यादव के खिलाफ गाजियाबाद पुलिस की कार्रवाई और भी कड़ी हो सकती है। कोर्ट के आदेश के बाद पुलिस को यह सुनिश्चित करना होगा कि आरोप सही हैं या नहीं, और अगर आरोप सही पाए जाते हैं तो एल्विश यादव को कानूनी तरीके से सजा दिलाई जाएगी। इस पूरे घटनाक्रम के बाद, एल्विश यादव को कानूनी मामलों से बचने के लिए अपनी स्थिति को स्पष्ट करना होगा, ताकि उनके खिलाफ और कोई कार्रवाई न हो। एल्विश यादव एक प्रसिद्ध सोशल मीडिया इन्फ्लूएंसर हैं, लेकिन वे लगातार कानूनी विवादों में घिरे रहते हैं। गाजियाबाद की कोर्ट ने अब उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज करने का आदेश दिया है, और यह उनकी मुश्किलों को और बढ़ा सकता है। यह मामला दिखाता है कि सोशल मीडिया पर प्रभावशाली लोग भी कानूनी दायरे से बाहर नहीं हो सकते हैं।