Edited By Anu Malhotra,Updated: 17 Dec, 2021 01:50 PM
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केंद्र सरकार ने लड़कियों की शादी की उम्र 18 से बढ़ाकर 21 करने का फैसला किया है। वहीं वहीं दूसरी तरफ सरकार के इस फैसले पर समाजवादी पार्टी के सांसद शफीक उर रहमान वर्क ने बेहद ही विवादित बयान दिया है, जिसकी चारों तरफ आलोचना हो रही है। उन्होंने कहा कि...
नेशनल डेस्क: केंद्र सरकार ने लड़कियों की शादी की उम्र 18 से बढ़ाकर 21 करने का फैसला किया है। वहीं वहीं दूसरी तरफ सरकार के इस फैसले पर समाजवादी पार्टी के सांसद शफीक उर रहमान वर्क ने बेहद ही विवादित बयान दिया है, जिसकी चारों तरफ आलोचना हो रही है। उन्होंने कहा कि शादी की उम्र बढ़ाने से लड़कियां ज्यादा आवारगी करेंगी।
शफीक उर रहमान वर्क के इस बयान पर कई नेताओं ने आपत्ति जाताई है। एटा में राज्यसभा सांसद हरनाथ सिंह यादव ने कहा कि यह गुलामी करवाने वाले लोगों की मानसिकता है जो हमेशा लड़कियों को गुलाम बनाए रखना चाहते हैं जबकि मोदी सरकार संविधान के साथ से सबको बराबरी का अधिकार दे रही है। वहीं राज्यसभा सांसद सोनल मानसिंह ने कहा कि ऐसे लोगों को तो लड़कियां ही जवाब देंगी, यह उन लोगों की मानसिकता दर्शाता है।
बता दें कि जया जेटली की अध्यक्षता में बनी एक टास्क फोर्स ने सरकार को अपनी रिपोर्ट दी है, इसी टास्क फोर्स की सिफारिश है कि लड़की की शादी की उम्र 18 से बढ़ाकर 21 साल कर देनी चाहिए, क्योंकि छोटी उम्र में लड़कियों को प्रेगनेंसी में समस्याएं होती हैं, मातृ मृत्यु दर बढ़ने की आशंका रहती है, पोषण के स्तर में भी सुधार की जरूरत होती है, टीनएज में लड़की अपने फैसले भी नहीं ले पाती।