रतन टाटा की मौत की पर पाकिस्तान ने दी खास प्रतिक्रिया, ब्रिटेन सहित इन देशों ने भी की बड़ी कवरेज

Edited By Tanuja,Updated: 10 Oct, 2024 01:33 PM

global media including pakistan cocer death of ratan tata

भारत के सबसे बड़े उद्योगपतियों में से एक, रतन नवल टाटा का बीती रात निधन हो गया। रतन टाटा ने दुनिया भर में एक सफल कारोबारी के रूप में अपना नाम बनाया...

London: भारत के सबसे बड़े उद्योगपतियों में से एक, रतन नवल टाटा का बीती रात निधन हो गया। रतन टाटा ने दुनिया भर में एक सफल कारोबारी के रूप में अपना नाम बनाया और कई बड़े पुरस्कार भी प्राप्त किए। उनकी मौत की खबर न केवल भारत में बल्कि विदेशी मीडिया में भी प्रमुखता से छाई हुई है। पाकिस्तान, अमेरिका और ब्रिटेन के प्रमुख समाचार पत्रों ने उनकी मौत की खबर को प्रमुखता दी है। विदेशी मीडिया ने उन्हें एक सफल भारतीय उद्यमी के रूप में याद किया, जिसने वैश्विक स्तर पर अपनी छाप छोड़ी।

PunjabKesari

पाकिस्तानी "डॉन" की प्रतिक्रिया
पाकिस्तानी अख़बार डॉन ने रतन टाटा की मौत की खबर देते हुए लिखा कि उन्होंने कई उच्च-प्रोफ़ाइल उपलब्धियों के साथ वैश्विक स्तर पर एक मजबूत और विशाल भारतीय समूह की स्थापना की। रिपोर्ट में बताया गया है कि कैसे रतन टाटा ने कम उम्र में ही कारोबार संभाल लिया और अपने परिवार की विरासत को शानदार ढंग से आगे बढ़ाया।

ब्रिटेन और अमेरिका में भी चर्चा

ब्रिटिश अखबार 'द सन' ने रतन टाटा की मौत की खबर को शीर्षक दिया - 'अरबपति जगुआर, लैंड रोवर और टेटली के मालिक रतन टाटा का 86 साल की उम्र में निधन'। द सन ने अपनी खबर में बताया कि रतन टाटा भारत के सबसे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचाने जाने वाले उद्योगपतियों में से एक थे। उनका टाटा समूह ब्रिटिश मोटर ब्रांड जगुआर और लैंड रोवर का मालिक है। टाटा समूह की वार्षिक आय 100 बिलियन डॉलर से अधिक है।

PunjabKesari

अमेरिकी अखबार न्यूयॉर्क टाइम्स ने रतन टाटा की मौत से जुड़ी अपनी रिपोर्ट में बताया कि 1991 से 2012 तक चेयरमैन और मुख्य कार्यकारी अधिकारी के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान उन्होंने कंपनी के मुनाफे में 50 गुना वृद्धि की और कंपनी को दुनिया में मशहूर बनाया। सीएनएन ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि रतन टाटा का जन्म 1937 में एक पारसी परिवार में हुआ था। उन्होंने कॉर्नेल यूनिवर्सिटी से स्नातक की पढ़ाई की। 1962 में भारत लौटने के बाद उन्होंने अपने परिवार की कंपनी की बागडोर संभाली, जिसकी स्थापना उनके परदादा जमशेदजी टाटा ने 1868 में की थी।

 

अरब दुनिया और  बांग्लादेश ने भी लिखा
'टाटा ने भारत की अर्थव्यवस्था को प्रभावित किया': अरब दुनिया के सबसे बड़े मीडिया समूह 'खलीज टाइम्स' ने रतन टाटा को एक उद्योगपति लीजेंड और राष्ट्रीय प्रतीक कहा है। अखबार ने लिखा कि रतन टाटा एक लाइसेंसधारी पायलट थे, जो कभी-कभी कंपनी के विमान उड़ाया करते थे। टाटा ने कभी शादी नहीं की और वे अपने शांत व्यवहार, सामान्य जीवनशैली और परोपकारी कार्यों के लिए जाने जाते थे।

PunjabKesari

बांग्लादेश के डेली स्टार ने लिखा कि रतन टाटा भारत के सबसे सम्मानित व्यावसायिक नेताओं में से एक थे। अपनी विनम्रता और दूरदर्शी नेतृत्व के लिए पहचाने जाने वाले टाटा ने अपने पारिवारिक उद्यम को एक वैश्विक समूह में बदल दिया, जिसने भारत की अर्थव्यवस्था और औद्योगिक परिदृश्य को गहरे स्तर पर प्रभावित किया।


 

Related Story

Trending Topics

Afghanistan

134/10

20.0

India

181/8

20.0

India win by 47 runs

RR 6.70
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!