Edited By Harman Kaur,Updated: 18 Mar, 2025 06:18 PM

विश्व हिंदू परिषद (विहिप) ने मंगलवार को कहा कि वह मुगल बादशाह औरंगजेब के महिमामंडन के किसी भी प्रयास को बर्दाश्त नहीं करेगी। विहिप के विदर्भ प्रांत के मंत्री देवेश मिश्रा ने कहा कि प्रशासन को सोमवार को नागपुर में हुई हिंसा के लिए जिम्मेदार लोगों के...
नेशनल डेस्क: विश्व हिंदू परिषद (विहिप) ने मंगलवार को कहा कि वह मुगल बादशाह औरंगजेब के महिमामंडन के किसी भी प्रयास को बर्दाश्त नहीं करेगी। विहिप के विदर्भ प्रांत के मंत्री देवेश मिश्रा ने कहा कि प्रशासन को सोमवार को नागपुर में हुई हिंसा के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए।
मिश्रा ने उन दावों को भी खारिज कर दिया कि नागपुर में विहिप और बजरंग दल के नेतृत्व में हुए विरोध प्रदर्शन के दौरान धार्मिक पंक्तियां लिखी हुई चादर जलाई गई, जिससे हिंसा भड़की। मिश्रा ने कहा, ‘‘हम औरंगजेब का महिमामंडन बर्दाश्त नहीं करेंगे।'' विहिप नेता ने मांग की कि औरंगजेब की कब्र के स्थान पर छत्रपति राजाराम महाराज और मराठा योद्धाओं धनाजी जाधव और संताजी घोरपडे के स्मारक बनाए जाएं।
अधिकारियों ने बताया कि सोमवार की शाम साढ़े सात बजे के करीब मध्य नागपुर में हिंसा भड़क गई और पुलिस पर पथराव किया गया। उन्होंने बताया कि यह हिंसा इस अफवाह के बाद फैली कि औरंगजेब का मकबरा हटाने के लिए एक दक्षिणपंथी संगठन द्वारा किए जा रहे प्रदर्शन के दौरान एक समुदाय के धार्मिक ग्रंथ को जला दिया गया।
वहीं, महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा है कि जो लोग अब भी औरंगजेब की प्रशंसा कर रहे हैं, वे ‘‘देशद्रोही'' हैं। उन्होंने कहा कि मुगल बादशाह ने राज्य पर कब्जा करने की कोशिश की थी और लोगों पर अनेक अत्याचार किए थे। शिंदे ने कहा कि दूसरी ओर, मराठा राजा छत्रपति शिवाजी महाराज एक ‘‘दैवीय शक्ति'' थे, जो वीरता, बलिदान और हिंदुत्व की भावना के लिए डटे रहे।
शिंदे ने सोमवार रात ‘शिव जयंती' के अवसर पर ठाणे जिले के डोंबिवली क्षेत्र के घरदा चौक पर शिवाजी महाराज की अश्वावारोही प्रतिमा का अनावरण करने के अवसर पर यह बात कही। छत्रपति शिवाजी महाराज की यह प्रतिमा उनकी विरासत, उनके साहस और नेतृत्व क्षमता के सम्मान में स्थापित की गई है। शिवसेना प्रमुख की यह टिप्पणी ऐसे समय आई जब राज्य के छत्रपति संभाजीनगर जिले में स्थित औरंगजेब की क्रब को हटाने की कुछ दक्षिणपंथी संगठनों की मांग को लेकर बवाल मचा हुआ है। इस बीच, सोमवार शाम करीब साढ़े सात बजे मध्य नागपुर के चिटनिस पार्क इलाके में तब हिंसा भड़क उठी जब अफवाह फैली कि औरंगजेब की कब्र को हटाने के लिए एक दक्षिणपंथी संगठन द्वारा किए गए आंदोलन के दौरान एक समुदाय का धर्मग्रंथ जलाया गया। इस दौरान पुलिस पर पथराव किया गया जिससे छह आम नागरिक और तीन पुलिसकर्मी घायल हो गए।