Edited By Pardeep,Updated: 10 Feb, 2020 11:08 PM
संकटग्रस्त गोडावण पक्षी उन 10 पक्षियों की वैश्विक सूची में शामिल हो सकता है जो विलुप्त होने के कगार पर हैं। इन्हें संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम के तहत इस सूची में शामिल किए जाने की संभावना है। पर्यावरण मंत्रालय ने सोमवार को यह जानकारी दी। यह...
नई दिल्लीः संकटग्रस्त गोडावण पक्षी उन 10 पक्षियों की वैश्विक सूची में शामिल हो सकता है जो विलुप्त होने के कगार पर हैं। इन्हें संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम के तहत इस सूची में शामिल किए जाने की संभावना है। पर्यावरण मंत्रालय ने सोमवार को यह जानकारी दी।
यह कदम 13वें कॉन्फ्रेंस ऑफ पार्टीज (सीओपी 13) में उठाया जाएगा। इसका आयोजन भारत 15-22 फरवरी के बीच कर रहा है। इस कदम से इस पक्षी के संरक्षण में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मदद मिलेगी। इन पक्षियों की मौत सालाना 15 फीसदी की दर से हो रही है क्योंकि यह उच्च वोल्टेज वाली बिजली लाइनों की चपेट में आ जाते हैं। इनकी मौजूदा संख्या करीब 150 है। पिछले 30 वर्षों में यह संख्या 75 फीसदी तक कम हो गई।
इस सम्मेलन में वन्य प्राणियों की प्रवासी प्रजाति (सीएमएस) वाली सूची में भारत तीन प्रजातियों एशियाई हाथी, गोडावण और चरस पक्षी को शामिल करने का प्रस्ताव पेश कर रहा है। इसके अलावा भारत मजबूत कदम उठाने के लिए गंगा में पाए जाने वाले डॉल्फिन और इडवाड्डी डॉल्फिन के नाम का भी प्रस्ताव रख रहा है।