Edited By Radhika,Updated: 03 Dec, 2024 12:04 PM
भारत में से विदेशों में अवैध तरीके से लोगों को भेजने के कई मामले सामने आते हैं। इन्हें आम भाषा में "कबूतरबानी" कहा जाता है। इस धंधे में लोग नौकरी की तलाश में विदेश जाने के लिए फर्जी पासपोर्ट और वीजा के जरिए भारत से बाहर भेजे जाते थे।
नेशनल डेस्क: भारत में से विदेशों में अवैध तरीके से लोगों को भेजने के कई मामले सामने आते हैं। इसे आम भाषा में "कबूतरबानी" कहा जाता है। इस धंधे में लोग नौकरी की तलाश में विदेश जाने के लिए फर्जी पासपोर्ट और वीजा के जरिए भारत से बाहर भेजे जाते थे। कई बार लोग विदेशी धरती पर पकड़े भी जाते हैं, जबकि कुछ वहां पहुंचकर नौकरी पाने में सफल हो जाते हैं। अवैध रुप से बाहर जाने वाला मामला अब काफी गंभीर होता नज़र आ रहा है, क्योंकि कई बड़े गैंगस्टर और बदमाश भी इन अवैध रास्तों का इस्तेमाल कर विदेश भाग रहे हैं। यह मामला चिंता का विषय बन गया है, क्योंकि इससे सुरक्षा और कानूनी व्यवस्थाओं पर सवाल उठने लगे हैं।
विदेश भेजने के लिए करते हैं डंकी रुट का इस्तेमाल-
पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, अवैध तरीके से विदेश भेजने वाले एजेंट "डंकी रूट" का इस्तेमाल करते हैं। इस प्रक्रिया में कई लोग विदेश पहुंच तो जाते हैं, लेकिन अधिकतर लोग दिल्ली या विदेशी एयरपोर्ट पर जांच के दौरान पकड़े जाते हैं। अगर किसी तरह वह विदेश पहुंच भी जाते हैं, तो वापसी के दौरान पकड़ लिए जाते हैं।
लोगों से ठग चुके हैं लाखों रुपए-
देशभर में कई सारे ऐसे एजेंट्स मौजूद हैं, जो लोगों से लाखों रुपए ठग कर उन्हें अवैध रुप से विदेश भेजने के कारोबार कर रहे हैं। पुलिस द्वारा हर महीने ऐसे तकरीबरन 16 से ज़्यादा एजेंटों को गिरफ्तार किया जा रहा है। इस साल 28 नवंबर तक कुल 184 एजेंट्स को अलग- अलग राज्यों से अरेस्ट किया जा चुका है। धोखाधड़ी के इस मामले में पंजाब के एजेंट टॉप पर हैं। इसके बाद हरियाणा और दिल्ली का नंबर आता है।
वॉन्टेड गैंगस्टर और बदमाश विदेश भागने के लिए फर्जी नाम पर पासपोर्ट बनवाकर देश के विभिन्न एयरपोर्ट्स से उड़ान भरने में सफल हो जाते हैं। इसके लिए इन लोगों को लगभग 10 लाख रुपये का खर्च आता है। कई गैंग्स ऐसे फर्जी दस्तावेज तैयार करने के लिए मदद भी मुहैया कराते हैं। स्टूडेंट वीजा या विजिटर वीजा पर उन्हें कनाडा और खाड़ी देशों में भेजा जाता है, और फिर वहां से वे "डंकी रूट" अपनाकर अमेरिका या अन्य यूरोपीय देशों में एंटर करते हैं। अमेरिका और ब्रिटेन ऐसे भगोड़ों के लिए अब सबसे पसंदीदा और सेफ देश बनते जा रहे हैं, क्योंकि वहां शरणार्थी के रूप में पनाह लेने का ऑप्शन अवेलेबल है।