Edited By jyoti choudhary,Updated: 23 Jul, 2024 01:19 PM
मोदी 3.0 का पहला आम बजट (Union Budget 2024) पेश हो गया है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) ने इसे संसद में पेश किया, वित्त मंत्री के रूप में उनका ये लगातार सातवां बजट है। Budget में अलग-अलग सेक्टरों के लिए कई घोषणाएं की गई हैं...
बिजनेस डेस्कः सोना-चांदी खरीदने वाले लोगों को बजट में शानदार तोहफा मिला है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मंगलवार को लोकसभा में वित्त वर्ष 2024-25 का पूर्ण बजट पेश करते हुए कीमती धातुओं पर टैक्स कम करने का ऐलान किया। सरकार के इस ऐलान के बाद देश में सोना और चांदी जैसी कीमती धातुओं की कीमतों में नरमी आने की उम्मीद है।
कस्टम ड्यूटी में हुई कटौती
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट भाषण के दौरान कहा कि सोना और चांदी के ऊपर कस्टम ड्यूटी को घटाकर 6 फीसदी करने का प्रस्ताव किया जा रहा है। उसके अलावा उन्होंने प्लैटिनम के लिए भी कस्टम ड्यूटी को घटाकर 6.4 फीसदी करने की जानकारी दी। सरकार के इस फैसले के अमल में आने के बाद सोना-चांदी जैसी कीमती धातुओं समेत प्लैटिनम की कीमतें भी कम होने की उम्मीद है।
लंबे समय से उठ रही थी मांग
आभूषण कारोबारी लंबे समय से कीमती धातुओं पर कस्टम ड्यूटी को कम करने की मांग कर रहे थे। अभी तक सोना-चांदी जैसी कीमती धातुओं पर कस्टम ड्यूटी की प्रभावी दर 15 फीसदी थी। कारोबारियों का कहना था कि 15 फीसदी की दर काफी ज्यादा है और इसके चलते उन्हें हजारों करोड़ रुपए का बोझ सहना पड़ रहा है। बहरहाल मोदी सरकार ने इस बार के बजट में कस्टम ड्यूटी कम करने की मांग पूरी कर दी है। अब सोना और चांदी पर कस्टम ड्यूटी की दर 15 फीसदी से कम होकर 6 फीसदी हो जाएगी। इससे बाहर से सोना और चांदी मंगाना सस्ता हो जाएगा, जिसका फायदा व्यापारियों से लेकर सोना-चांदी के आभूषण खरीदने वाले आम लोगों तक को मिलेगा।
इस साल इतना महंगा हो चुका सोना
सरकार ने यह राहत ऐसे समय दी है, जब देश में सोना और चांदी दोनों के भाव लगातार नए रिकॉर्ड उच्च स्तर पर पहुंच रहे थे। सोने का भाव अभी 73,000 रुपए प्रति दस ग्राम के आसपास मंडरा रहा है, जो साल 2024 की शुरुआत में 63,870 रुपए प्रति 10 ग्राम था यानी सिर्फ इस साल सोने की कीमतों में 15 फीसदी की तेजी आई है। अब कस्टम ड्यूटी कम होने से भाव में नरमी की उम्मीद है।
दरअसल रिकॉर्ड स्तर पर भाव के पहुंचने से मांग पर भी असर हो रहा था। कारोबारियों का कहना था कि सोने-चांदी की मांग, खास तौर पर जेवराती मांग कम हो रही है। भाव ज्यादा होने के चलते वैवहिक सीजन में भी मांग को बहुत सपोर्ट नहीं मिल पाया था।
क्या हुआ सस्ता
- सोना-चांदी सस्ता
- प्लेटिनम पर कस्टम ड्यूटी घटी
- कैंसर की दवाएं
- मोबाइल-चार्जर
- मछली का भोजन
- चमड़े से बनी वस्तुएं
- रसायन पेट्रोकेमिकल
- पीवीसी फ्लेक्स बैनर