Edited By Anu Malhotra,Updated: 22 Apr, 2025 07:26 PM
सोने की कीमत इन दिनों आसमान छू रही है। बाजार में सोना 1 लाख रुपये प्रति 10 ग्राम के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच चुका है। ऐसे में बहुत से लोग पुराने गहने बेचकर मुनाफा कमाने का सोच रहे हैं। लेकिन क्या आपको पता है कि सोना बेचते वक्त आपको पूरा पैसा नहीं मिलता?
नेशनल डेस्क: सोने की कीमत इन दिनों आसमान छू रही है। बाजार में सोना 1 लाख रुपये प्रति 10 ग्राम के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच चुका है। ऐसे में बहुत से लोग पुराने गहने बेचकर मुनाफा कमाने का सोच रहे हैं। लेकिन क्या आपको पता है कि सोना बेचते वक्त आपको पूरा पैसा नहीं मिलता?
दरअसल, पुरानी ज्वैलरी को बेचने पर जौहरी उसमें से कई तरह की कटौतियां करता है—जिसकी वजह से आपको लगभग 20% तक का सीधा नुकसान उठाना पड़ सकता है।
कितना नुकसान होता है?
-
5-8% कटौती सिर्फ पुराना सोना होने पर – क्योंकि गहनों की चमक कम हो सकती है या थोड़ी बहुत अशुद्धि हो सकती है।
-
3% GST का नुकसान – जो नया गहना खरीदते वक्त जुड़ता है, लेकिन पुराना बेचते समय वापस नहीं मिलता।
-
10-15% मेकिंग चार्ज की छूट नहीं मिलती – यानी जो राशि आपने डिज़ाइन बनवाने के लिए दी थी, वह भी डूब जाती है।
उदाहरण:
अगर आपके गहनों की कुल कीमत 1 लाख रुपये है, तो आपको हाथ में सिर्फ 80,000 रुपये के आसपास ही मिलते हैं।
क्या करें ताकि ज्यादा घाटा न हो?
-
गहना बेचने से पहले कम से कम 3-4 ज्वैलर्स से भाव जरूर पूछें।
-
जहां सबसे अच्छा रेट मिल रहा हो, वहीं बेचें।
-
कोशिश करें कि बिल के साथ ही गहने बेचें, जिससे पारदर्शिता बनी रहे।
-
अगर संभव हो तो पिघला कर वजन तौलें, ताकि असली शुद्धता का पता चल सके।
पुराने सोने के गहनों को बेचते समय सावधानी जरूरी है। बिना जानकारी के बेचने पर भारी घाटा उठाना पड़ सकता है। इसलिए रेट चेक करें, शुद्धता सुनिश्चित करें और तभी कदम आगे बढ़ाएं।