Edited By Anu Malhotra,Updated: 25 Jan, 2025 12:22 PM
सोने की कीमतों में लगातार बढ़ोतरी का सिलसिला जारी है। शुक्रवार को दिल्ली में 10 ग्राम सोने का भाव 200 रुपये चढ़कर पहली बार 83,100 रुपये के ऐतिहासिक स्तर पर पहुंच गया। ऑल इंडिया ज्वेलर्स असोसिएशन के अनुसार, 99.9% शुद्धता वाले सोने की यह नई ऊंचाई...
नई दिल्ली: सोने की कीमतों में लगातार बढ़ोतरी का सिलसिला जारी है। शुक्रवार को दिल्ली में 10 ग्राम सोने का भाव 200 रुपये चढ़कर पहली बार 83,100 रुपये के ऐतिहासिक स्तर पर पहुंच गया। ऑल इंडिया ज्वेलर्स असोसिएशन के अनुसार, 99.9% शुद्धता वाले सोने की यह नई ऊंचाई निवेशकों के बढ़ते रुझान और वैश्विक बाजारों में जारी अस्थिरता के कारण देखने को मिली है। इसके साथ ही, 99.5% शुद्ध सोना भी 200 रुपये की बढ़त के साथ 82,700 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर पहुंच गया।
सोने में तेजी का कारण
विशेषज्ञों का कहना है कि अमेरिका में संभावित टैरिफ प्लान और अन्य नीतिगत अनिश्चितताओं के चलते निवेशक सुरक्षित निवेश की ओर रुख कर रहे हैं। HDFC सिक्योरिटीज के सीनियर एनालिस्ट सौमिल गांधी ने बताया कि इन कारणों से सोने की मांग में भारी इजाफा हुआ है। वहीं, चांदी की कीमत में भी तेजी दर्ज की गई। शुक्रवार को चांदी 500 रुपये बढ़कर 94,000 रुपये प्रति किलोग्राम हो गई।
बजट और फेडरल रिजर्व पर रहेगी नजर
LKP सिक्योरिटीज के VP रिसर्च एनालिस्ट जतिन त्रिवेदी ने कहा कि निवेशक आने वाले केंद्रीय बजट और अमेरिकी फेडरल रिजर्व की ब्याज दरों के फैसलों पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। ये फैसले सोने की कीमतों के भविष्य के रुझान को तय करने में अहम भूमिका निभाएंगे। कमोडिटी एक्सपर्ट अजय केडिया ने भी कहा कि ग्लोबल मार्केट की अस्थिरता और सुरक्षित निवेश की बढ़ती मांग को देखते हुए सोने की कीमतों में और तेजी आने की संभावना है।
स्मॉलकैप और मिडकैप में भारी गिरावट, बाजार लाल निशान पर बंद
मुंबई: घरेलू शेयर बाजार ने शुक्रवार को उतार-चढ़ाव भरे सत्र में अपनी शुरुआती बढ़त खो दी और गिरावट के साथ बंद हुआ। स्मॉलकैप और मिडकैप शेयरों में बड़ी गिरावट दर्ज की गई। स्मॉलकैप 2.23% और मिडकैप 1.60% गिरकर बंद हुए।
सेंसेक्स और निफ्टी की स्थिति
सेंसेक्स 329.92 अंक की गिरावट के साथ 76,190.46 पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी 113.15 अंक गिरकर 23,092.20 पर बंद हुआ। विश्लेषकों ने बताया कि रियल्टी, तेल एवं गैस और हेल्थकेयर क्षेत्रों में निवेश घटने के कारण यह गिरावट देखने को मिली।
वैश्विक बाजारों का मिला-जुला रुख
वैश्विक बाजारों में अस्थिरता और निवेशकों की सतर्कता के चलते बाजार में गिरावट आई। विशेषज्ञों का कहना है कि आने वाले दिनों में बाजार में स्थिरता केंद्रीय बजट और अंतरराष्ट्रीय आर्थिक नीतियों पर निर्भर करेगी।