Edited By Rohini Oberoi,Updated: 16 Mar, 2025 03:46 PM

शादी के सीजन से पहले सोने की कीमतें ऐतिहासिक ऊंचाई पर पहुंच गई हैं। शनिवार को 24 कैरेट 10 ग्राम सोने की कीमत 92,455 रुपये (कर सहित) तक पहुंच गई जबकि शुक्रवार को यह कीमत 91,600 रुपये थी। महाराष्ट्र के नासिक और जलगांव के व्यापारियों का मानना है कि आने...
नेशनल डेस्क। शादी के सीजन से पहले सोने की कीमतें ऐतिहासिक ऊंचाई पर पहुंच गई हैं। शनिवार को 24 कैरेट 10 ग्राम सोने की कीमत 92,455 रुपये (कर सहित) तक पहुंच गई जबकि शुक्रवार को यह कीमत 91,600 रुपये थी। महाराष्ट्र के नासिक और जलगांव के व्यापारियों का मानना है कि आने वाले दिनों में सोने की कीमतों में और बढ़ोतरी हो सकती है।
जलगांव में सोने की गुणवत्ता और कारीगरी पर जोर
जलगांव को उसकी शुद्धता और बेहतरीन कारीगरी के लिए जाना जाता है। जलगांव के प्रसिद्ध ज्वेलर सुशील बाफना के अनुसार, "सोने की कीमतें अंतरराष्ट्रीय घटनाक्रमों विशेष रूप से अमेरिका की व्यापार नीतियों से प्रभावित हो रही हैं। आज भी कई लोग सोने को सबसे सुरक्षित निवेश मानते हैं।" जलगांव के आभूषण बाजार में कड़ी प्रतिस्पर्धा के कारण ग्राहकों को उच्च गुणवत्ता वाले उत्पाद उचित कीमतों पर मिल रहे हैं।
क्यों नहीं रुक रही सोने की मांग?
राजेश बेंदाले जो अपनी बेटी की शादी के लिए आभूषण खरीद रहे थे ने कहा कि कीमतों में वृद्धि का ज्यादा असर ग्राहकों की खरीदारी पर नहीं पड़ता। उन्होंने बताया, "लोगों को पता है कि सोने की कीमतें भविष्य में और बढ़ेंगी इसलिए वे निवेश करने से नहीं हिचकिचाते।"
महंगाई और वैश्विक अस्थिरता से प्रभावित कीमतें
सोने की कीमतों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है और इसका असर आम उपभोक्ताओं और निवेशकों दोनों पर पड़ रहा है। इस समय महंगाई और वैश्विक आर्थिक अस्थिरता के कारण सोना एक सुरक्षित निवेश बना हुआ है। डॉलर की मजबूती और केंद्रीय बैंकों की नीतियों का भी सोने की कीमतों पर असर हो रहा है।
शादी के मौसम में बढ़ेगी सोने की मांग
भारत में शादी-ब्याह के सीजन में सोने की मांग हमेशा बढ़ जाती है जिससे इसके दामों में और इजाफा होने की संभावना है। सोने को भारत में पारंपरिक रूप से शुभ माना जाता है और लोग इसे निवेश और आभूषण दोनों रूपों में खरीदते हैं। जलगांव जैसे प्रमुख बाजारों में ग्राहकों की भीड़ देखने को मिल रही है जिससे यह साफ है कि सोने की मांग में वृद्धि जारी रहेगी।
वैश्विक घटनाक्रमों से प्रभावित हो सकती हैं कीमतें
अर्थशास्त्रियों का मानना है कि अगर वैश्विक बाजारों में उथल-पुथल जारी रही तो सोने की कीमतों में और तेजी आ सकती है। डॉलर और कच्चे तेल की कीमतों में बदलाव भी सोने की कीमतों को प्रभावित कर सकता है। ऐसे में निवेशकों और खरीदारों को सोने के बाजार पर लगातार नजर बनाए रखनी चाहिए ताकि वे सही समय पर निर्णय ले सकें।