All Time High पर पहुंचा Gold...लोगों ने गहने खरीदने किए बंद, घर से निकाल कर बेच रहे सोना

Edited By Anu Malhotra,Updated: 19 Mar, 2025 12:26 PM

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देशभर में सोने की कीमतें नई ऊंचाइयों पर पहुंच गई हैं, जिससे निवेशकों को हर समय-फ्रेम में इक्विटी से अधिक रिटर्न मिला है। हालांकि, लगातार बढ़ती कीमतों के चलते गोल्ड ज्वैलरी की मांग में गिरावट देखी जा रही है। सोने की कीमत 90,000 रुपये प्रति 10 ग्राम...

नेशनल डेस्क: देशभर में सोने की कीमतें नई ऊंचाइयों पर पहुंच गई हैं, जिससे निवेशकों को हर समय-फ्रेम में इक्विटी से अधिक रिटर्न मिला है। हालांकि, लगातार बढ़ती कीमतों के चलते गोल्ड ज्वैलरी की मांग में गिरावट देखी जा रही है। सोने की कीमत 90,000 रुपये प्रति 10 ग्राम के पार पहुंच गई है, जबकि अंतरराष्ट्रीय बाजार में यह 3,000 डॉलर प्रति औंस के रिकॉर्ड स्तर पर कारोबार कर रहा है। इसके चलते आम उपभोक्ताओं, खासकर निम्न और मध्यम वर्ग के लिए सोना खरीदना मुश्किल होता जा रहा है। शादी-विवाह के सीजन के बावजूद आभूषण कारोबारियों को ग्राहकों की घटती संख्या की चिंता सता रही है।

इक्विटी से ज्यादा दिया रिटर्न, पोर्टफोलियो में जोड़ने से घटा जोखिम

मेटल फोकस के प्रधान सलाहकार चिराग सेठ के अनुसार, पिछले 20 वर्षों में सोने ने हर समय-फ्रेम में इक्विटी से बेहतर प्रदर्शन किया है।

  • 3 साल में 11.6%
  • 5 साल में 14.6%
  • 10 साल में 16.8%
  • 15 साल में 14.8%
  • 20 साल में 12.5%

विश्लेषकों का कहना है कि अगर पोर्टफोलियो में 20% सोने को शामिल किया जाए, तो जोखिम (स्टैंडर्ड डेविएशन) घट जाता है और औसत रिटर्न बेहतर हो जाता है।

बढ़ती कीमतों के चलते लोग बेच रहे सोना

बढ़ती कीमतों का असर यह भी दिखा कि लोग नकदी की जरूरत को पूरा करने के लिए अपने सोने के सिक्के, बार और आभूषण बेच रहे हैं।

  • मार्च 2023 तिमाही में 34.8 टन सोना बेचा गया था।
  • मार्च 2024 में यह आंकड़ा 38.3 टन तक पहुंच गया।
  • इस तिमाही में 40 टन से अधिक सोना बिकने की संभावना है।

इंडियन बुलियन ज्वैलर्स एसोसिएशन (IBJA) के अनुसार, बढ़ती कीमतों के कारण कम कैरट और हल्के आभूषणों की मांग बढ़ी है। वहीं, उद्योग जगत 9 कैरट सोने की हॉलमार्किंग की अनुमति देने की मांग कर रहा है, जिससे ग्राहकों को किफायती विकल्प मिल सके। विशेषज्ञों का मानना है कि वैश्विक आर्थिक अनिश्चितता और मध्य पूर्व में बढ़ते तनाव के चलते सोने की कीमतें और बढ़ सकती हैं। फेडरल रिजर्व की नीतियों पर भी निवेशकों की नजर बनी हुई है, जिससे आने वाले महीनों में सोने की कीमतों में और उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है।

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