Edited By Anu Malhotra,Updated: 06 Feb, 2025 11:36 AM
सोने की कीमतों में लगातार उछाल आ रहा है, और 6 फरवरी 2025 को भी गोल्ड के दामों में तेजी देखने को मिल रही है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की टैरिफ नीतियों के चलते वैश्विक ट्रेड वॉर के हालात बन गए हैं, जिससे सोने की कीमतों में और बढ़ोतरी की...
नेशनल डेस्क: सोने की कीमतों में लगातार उछाल आ रहा है, और 6 फरवरी 2025 को भी गोल्ड के दामों में तेजी देखने को मिल रही है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की टैरिफ नीतियों के चलते वैश्विक ट्रेड वॉर के हालात बन गए हैं, जिससे सोने की कीमतों में और बढ़ोतरी की संभावना जताई जा रही है। यदि यह रफ्तार बरकरार रहती है, तो सोना जल्द ही 90,000 रुपये प्रति 10 ग्राम तक पहुंच सकता है।
सोने के दामों में कैसे आई बढ़ोतरी?
इंडियन बुलियन ज्वैलर्स एसोसिएशन (IBJA) के आंकड़ों के मुताबिक, 31 जनवरी 2025 से लेकर अब तक सोने के दामों में बड़ी बढ़ोतरी हुई है। जहां 31 जनवरी को 24 कैरेट सोने का 10 ग्राम का भाव 82,086 रुपये था, वही 5 फरवरी को यह 84,657 रुपये तक पहुंच चुका था। आज (6 फरवरी) सोने का दाम 86,250 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गया है। चांदी की कीमतों में भी उछाल आया है और अब यह 99,600 रुपये प्रति किलोग्राम हो गई है।
भारत के प्रमुख शहरों में सोने के दाम
देश के विभिन्न शहरों में सोने के दाम में अंतर देखा जा रहा है:
दिल्ली: 86,400 रुपये
मुंबई: 86,250 रुपये
लखनऊ: 86,400 रुपये
बेंगलुरु: 86,250 रुपये
चेन्नई: 86,250 रुपये
कोलकाता: 86,250 रुपये
हैदराबाद: 86,250 रुपये
अहमदाबाद: 86,300 रुपये
पुणे: 86,250 रुपये
सोने की कीमतों में अंतर क्यों होता है?
सोने की कीमतों में शहर दर शहर अंतर होने का मुख्य कारण स्थानीय टैक्स है, जिसे राज्य सरकारें अपने-अपने हिसाब से लगाती हैं। इसके अलावा, वैश्विक बाजारों में होने वाली गतिविधियां और सोने की मांग और आपूर्ति भी इन दामों को प्रभावित करती हैं।
सोने की कीमतें कौन तय करता है?
दुनिया भर में लंदन बुलियन मार्केट एसोसिएशन (LBMA) द्वारा सोने की कीमत तय की जाती है, जो यूएस डॉलर में प्रकाशित की जाती है। इसके बाद, भारत में इंडियन बुलियन ज्वैलर्स एसोसिएशन (IBJA) सोने की कीमतों को आयात शुल्क और टैक्स जोड़कर निर्धारित करता है, जो रिटेल विक्रेताओं के लिए बेंचमार्क के रूप में कार्य करता है।
डिमांड में बढ़ोतरी
विशेषज्ञों का मानना है कि सोने की कीमतों में हालिया गिरावट के बाद अब सोने की कीमतें और बढ़ने वाली हैं। डोनाल्ड ट्रंप के शासन के दौरान बढ़ते जियो-पॉलिटिकल तनाव और गोल्ड ETF में बढ़ते निवेश ने सोने की मांग को बढ़ावा दिया है। इस साल के अंत तक, सोने के दाम 90,000 रुपये प्रति 10 ग्राम तक पहुंच सकते हैं।