Edited By Tanuja,Updated: 21 Dec, 2024 07:02 PM
गोल्डमैन सैश ने हाल ही में अपनी रिपोर्ट में भारत की आर्थिक मजबूती और इसके उज्ज्वल भविष्य की बात कही है। गोल्डमैन का कहना है कि चुनौतियां के बावजूद भारत,
International Desk: गोल्डमैन सैश ने हाल ही में अपनी रिपोर्ट में भारत की आर्थिक मजबूती और इसके उज्ज्वल भविष्य की बात कही है। गोल्डमैन का कहना है कि चुनौतियां के बावजूद भारत, जो दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में से एक है, को वैश्विक आर्थिक परिदृश्य में एक महत्वपूर्ण खिलाड़ी के रूप में देखा जाता है। रिपोर्ट के अनुसार भारत की अर्थव्यवस्था का एक बड़ा हिस्सा घरेलू खपत पर निर्भर करता है। बढ़ता मध्यम वर्ग और युवा आबादी देश में वस्तुओं और सेवाओं की मांग को निरंतर बनाए रखते हैं। IT और बिजनेस प्रोसेस आउटसोर्सिंग (BPO) जैसे क्षेत्रों में भारत की मजबूती ने देश की जीडीपी में बड़ा योगदान दिया है। ये क्षेत्र उच्च गुणवत्ता और किफायती सेवाओं के लिए विश्व स्तर पर जाने जाते हैं।
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भारत की 1.3 अरब की आबादी में बड़ी संख्या युवा है। 2030 तक भारत के पास दुनिया की सबसे बड़ी कार्यशील उम्र की जनसंख्या होगी, जो इसकी दीर्घकालिक आर्थिक विकास में मदद करेगी। हालांकि भारत दीर्घकालिक रूप से वैश्विक झटकों से सुरक्षित रहेगा, लेकिन अगले वर्ष आर्थिक वृद्धि में हल्की गिरावट देखी जा सकती है। बढ़ते राजकोषीय दबाव के कारण सरकार अपने खर्चों को कम कर सकती है, जिससे बुनियादी ढांचा और अन्य परियोजनाओं पर असर पड़ सकता है। बैंकों के गैर-निष्पादित परिसंपत्तियों (NPAs) की समस्या के चलते ऋण देने की गति धीमी हो सकती है, जिससे उपभोक्ता और व्यावसायिक खर्च प्रभावित हो सकता है।
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गोल्डमैन सैक्स का मानना है कि भारत की दीर्घकालिक आर्थिक वृद्धि मजबूत रहेगी। इसके कुछ प्रमुख कारण हैं शहरीकरण और औद्योगिकीकरण में तेजी। बढ़ते शहरीकरण और उच्च मूल्य वाले उद्योगों की ओर बदलाव भारत की जीडीपी को बढ़ावा देंगे। जीएसटी जैसे कर सुधार, विदेशी निवेश को आकर्षित करने की नीतियां, और व्यापार सुगमता में सुधार देश को और प्रतिस्पर्धी बनाएंगे। भारत अपनी अवसंरचना, तकनीकी क्षमताओं और कुशल श्रम शक्ति के कारण बहुराष्ट्रीय कंपनियों के लिए एक आकर्षक गंतव्य बन रहा है।
वैश्विक अनिश्चितताओं के बीच, भारत अपनी घरेलू मांग, सेवाओं के निर्यात और संरचनात्मक सुधारों के बल पर एक मजबूत और टिकाऊ अर्थव्यवस्था के रूप में उभर रहा है। गोल्डमैन सैक्स के अनुसार, भले ही अल्पकालिक चुनौतियां हों, भारत की आर्थिक यात्रा सकारात्मक दिशा में बनी रहेगी। यह देश अपने आंतरिक संसाधनों और विकास योजनाओं के दम पर वैश्विक आर्थिक शक्ति बनने की ओर अग्रसर है