Edited By Mahima,Updated: 22 Oct, 2024 04:42 PM
ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने की प्रक्रिया अब और भी आसान होने जा रही है। परिवहन विभाग अस्थायी पते पर भी परमानेंट लाइसेंस बनाने की अनुमति देने की योजना बना रहा है। लोग किसी अन्य शहर में रहकर भी लाइसेंस बनवा सकेंगे और ड्राइविंग टेस्ट के लिए RTO नहीं जाना...
नेशनल डेस्क: ड्राइविंग लाइसेंस बनवाना भारतीय नागरिकों के लिए एक जटिल प्रक्रिया हो सकती है, विशेषकर परमानेंट ड्राइविंग लाइसेंस प्राप्त करने के लिए। आमतौर पर, लोगों को इसके लिए कई बार RTO (रोड ट्रांसपोर्ट ऑफिस) के चक्कर लगाने पड़ते हैं, जिससे उन्हें काफी परेशानी होती है। लेकिन अब परिवहन विभाग ने इस प्रक्रिया को सरल बनाने का फैसला किया है।
परिवहन विभाग की नई पहल
हालिया मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, परिवहन विभाग कुछ बड़े बदलावों की योजना बना रहा है, जिससे ड्राइविंग लाइसेंस की प्रक्रिया अधिक सुविधाजनक हो जाएगी। इन बदलावों के तहत, आवेदक अस्थायी पते के आधार पर भी परमानेंट ड्राइविंग लाइसेंस बना सकेंगे। इसके अलावा, अब लोग किसी दूसरे शहर में रहकर भी ड्राइविंग लाइसेंस के लिए आवेदन कर सकेंगे और इसके लिए उन्हें ड्राइविंग टेस्ट देने के लिए RTO जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी।
मौजूदा नियमों की स्थिति
वर्तमान में, लर्नर लाइसेंस के लिए आवेदनकर्ता कहीं से भी आवेदन कर सकते हैं। फेसलेस सुविधा शुरू होने के बाद, आवेदक किसी भी शहर से ड्राइविंग लाइसेंस के लिए आवेदन कर सकते हैं। उनका लाइसेंस उनके आधार कार्ड पर लिखे पते के अनुसार बन जाता है। लेकिन परमानेंट ड्राइविंग लाइसेंस के लिए यह सुविधा लागू नहीं होती थी। NIC (नेशनल इंफॉर्मेटिक्स सेंटर) के सॉफ्टवेयर में ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया उपलब्ध है। लेकिन जब आवेदक RTO ऑफिस में लाइसेंस लेने के लिए पहुंचते हैं, तो अक्सर उन्हें लौटना पड़ता है, क्योंकि उन्हें अपने असली पते वाले शहर के RTO ऑफिस जाना पड़ता है। यह स्थिति आवेदकों के लिए काफी निराशाजनक होती है।
लोगों की परेशानियाँ
अस्थायी पते के आईडी कार्ड होने के बावजूद, बड़ी संख्या में लोगों को परमानेंट ड्राइविंग लाइसेंस नहीं मिल पाता। यह समस्या विशेषकर उन लोगों के लिए होती है जो नौकरी या पढ़ाई के कारण दूसरे शहरों में रहते हैं। ऐसे में परिवहन विभाग ने इस महत्वपूर्ण बदलाव को लाने का निर्णय लिया है, जिससे लोगों को लाइसेंस प्राप्त करने में आसानी होगी।
आगे की प्रक्रिया
हालांकि, अभी इस योजना को लागू करने की तारीख और प्रक्रिया के बारे में अधिक जानकारी सामने नहीं आई है। लेकिन इस बदलाव के बाद, उम्मीद की जा रही है कि आवेदकों को ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने में काफी सहूलियत मिलेगी। इस तरह के कदम से न केवल लोगों को राहत मिलेगी, बल्कि यह व्यवस्था भी अधिक प्रभावी और सुगम बन जाएगी। परिवहन विभाग की यह पहल निश्चित रूप से नागरिकों के लिए एक सकारात्मक बदलाव साबित होगी।