Edited By Pardeep,Updated: 26 Nov, 2024 06:04 AM
मध्य प्रदेश के श्योपुर जिले के कूनो राष्ट्रीय उद्यान (केएनपी) में अफ्रीकी चीता नीरवा के चार शावकों के जन्म की जानकारी सोशल मीडिया पर देने के एक घंटे बाद मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा कि वन विभाग जल्द ही नवजात शिशुओं की सही संख्या की पुष्टि करेगा।...
नेशनल डेस्कः मध्य प्रदेश के श्योपुर जिले के कूनो राष्ट्रीय उद्यान (केएनपी) में अफ्रीकी चीता नीरवा के चार शावकों के जन्म की जानकारी सोशल मीडिया पर देने के एक घंटे बाद मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा कि वन विभाग जल्द ही नवजात शिशुओं की सही संख्या की पुष्टि करेगा। यादव के ‘एक्स' पेज पर पहले की पोस्ट को हटा दिया गया है और उसकी जगह एक नया संदेश पोस्ट किया गया है।
इस संदेश में कहा गया है,"गूंजी किलकारियां, कूनो में आईं खुशियाँ...आज चीता परियोजना को बड़ी उपलब्धि प्राप्त हुई है। हमारे 'चीता स्टेट' मध्यप्रदेश के कूनो राष्ट्रीय उद्यान में मादा चीता 'नीरवा' ने शावकों को जन्म दिया है, जल्द ही वन विभाग शावकों की संख्या की पुष्टि करेगा।” उन्होंने कहा, “ चीता परियोजना के संरक्षण में सम्मिलित सभी वन्यकर्मियों को इस उपलब्धि के लिए हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं देता हूं। आप निरंतर अपने समर्पित प्रयासों से पर्यावरण संरक्षण एवं पारिस्थितिकी संतुलन में अपना योगदान सुनिश्चित करते रहें।"
शाम करीब साढ़े पांच बजे सोशल मीडिया मंच ‘एक्स' पर एक पोस्ट में उन्होंने कहा था, "आज चीता परियोजना को बड़ी सफलता मिली है। हमारे चीता राज्य मध्य प्रदेश के कुनो राष्ट्रीय उद्यान में मादा चीता नीरवा ने चार शावकों को जन्म दिया है, जो न केवल राज्य बल्कि देश के लिए भी बड़ी उपलब्धि है।" हालांकि, उनके ‘एक्स' हैंडल ने इस पोस्ट को हटा दिया और शाम करीब साढ़े छह बजे एक नया संदेश पोस्ट किया, जिसमें उन्होंने नीरवा से जन्मे शावकों की संख्या हटा दी।
उन्होंने कहा कि चीता नीरवा के आगमन से उस परियोजना को बढ़ावा मिलेगा, जिसके तहत दशकों पहले भारत से विलुप्त हो चुकी एक प्रजाति को फिर से बसाया जा रहा है। इससे पहले, केएनपी में 17 चीता शावकों का जन्म हो चुका है। केएनपी में दो साल से अधिक समय पहले पृथ्वी पर सबसे तेज गति से दौड़ने वाले इस जानवर को नामीबिया से लाया गया था। इनमें से 12 शावकों के जीवित रहने के बाद, चीतों की संख्या पिछली बार 24 बताई गई थी। दोपहर में वन विभाग ने केएनपी में चीता शावकों के जन्म की सूचना दी थी, लेकिन उनकी सही संख्या नहीं बताई थी।
मध्यप्रदेश वन विभाग ने ‘एक्स' पर पोस्ट किया था, "कुनो से अच्छी खबर है। श्योपुर जिले में स्थित कुनो राष्ट्रीय उद्यान में मादा चीता नीरवा ने शावकों को जन्म दिया है। " पिछले महीने, मुख्यमंत्री ने जानकारी साझा की थी कि उद्यान में एक मादा चीता गर्भवती है और उसके जल्द ही शावकों को जन्म देने की उम्मीद है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शिकार के कारण भारत में विलुप्त होने के सात दशक बाद, चीतों के दुनिया के पहले अंतरमहाद्वीपीय स्थानांतरण के तहत आठ नामीबियाई चीतों - पांच मादा और तीन नर - को 17 सितंबर 2022 को केएनपी के बाड़ों में छोड़ा था। देश में चीतों को फिर से लाने की केंद्र सरकार की परियोजना के तहत फरवरी 2023 में दक्षिण अफ्रीका से एक दर्जन से अधिक चीतों को राष्ट्रीय उद्यान में लाया गया था।