Edited By Radhika,Updated: 12 Mar, 2025 12:16 PM

1 अप्रैल से TDS को लेकर नए रुल्स लागू होने वाले हैं। इन नए रुल्स के लागू होने के बाद से FD-RD में निवेश करने वाले को बड़ा फायदा मिलेगा। सरकार ने वरिष्ठ नागरिकों को राहत देते हुए FD और RD पर ब्याज आय पर TDS कटौती की सीमा को दोगुना कर दिया है।
नेशनल डेस्क : 1 अप्रैल से TDS को लेकर नए रुल्स लागू होने वाले हैं। इन नए रुल्स के लागू होने के बाद से FD-RD में निवेश करने वाले को बड़ा फायदा मिलेगा। सरकार ने वरिष्ठ नागरिकों को राहत देते हुए FD और RD पर ब्याज आय पर TDS कटौती की सीमा को दोगुना कर दिया है। अब, 1 अप्रैल 2025 से वरिष्ठ नागरिकों के लिए यह कटौती तब लागू होगी जब उनकी ब्याज आय एक वित्त वर्ष में 1 लाख रुपये से अधिक होगी।
आम जनता के भी होगी राहत-
सरकार ने 60 साल के कम की आयु वाले लोगों के लिए भी 1 अप्रैल से TDS सीमा को 40,000 रुपये से बढ़ाकर 50,000 रुपये कर दिया है। सरकार का यह कदम जमाकर्ताओं पर कर का बोझ कम करने के लिए उठाया गया है, खासकर उन लोगों के लिए जो अपनी आय का मुख्य स्रोत FD से मिलने वाले ब्याज को मानते हैं।

नए नियमों के अनुसार, अगर किसी व्यक्ति की annual interest income 50,000 रुपये से अधिक है, तो बैंक TDS काटेगा। वहीं अगर ब्याज आय 50,000 रुपये या उससे कम है, तो बैंक TDS नहीं काटेगा। इससे उन लोगों को राहत मिलेगी जिनकी FD पर मिलने वाली आय कम है, और उन्हें ज्यादा टैक्स नहीं देना पड़ेगा।
लॉटरी पर TDS-
सरकार ने लॉटरी, क्रॉसवर्ड और घुड़दौड़ से होने वाली जीत पर TDS के नियमों को अब और आसान बना दिया है। पहले अगर एक साल में कुल जीत 10,000 रुपये से अधिक होती थी, तो TDS काटा जाता था। अब TDS केवल तभी काटा जाएगा जब एक बार में जीत की राशि 10,000 रुपये से अधिक होगी।

बीमा और म्यूचुअल फंड से जुड़ी राहत-
बजट 2025 में बीमा एजेंटों और दलालों को राहत देते हुए उनके कमीशन पर TDS की सीमा बढ़ा दी गई है। अब बीमा कमीशन पर TDS सीमा 15,000 रुपये से बढ़ाकर 20,000 रुपये कर दी गई है, जो 1 अप्रैल 2025 से लागू होगी। साथ ही, म्यूचुअल फंड (एमएफ) और शेयर में निवेश करने वालों के लिए लाभांश और आय पर छूट की सीमा 5,000 रुपये से बढ़ाकर 10,000 रुपये कर दी गई है। यह बदलाव छोटे निवेशकों और बीमा एजेंटों के लिए फायदेमंद साबित होगा, क्योंकि अब उन्हें कम टैक्स देना पड़ेगा।