Edited By Pardeep,Updated: 11 Nov, 2024 10:45 PM
भारत सेमीकंडक्टर विनिर्माण केंद्र बनने की ओर अग्रसर है। सोमवार को प्रकाशित एक रिपोर्ट में कहा गया है कि सेमीकंडक्टर क्षेत्र में तेजी से आगे बढ़ता भारत 2026 तक इसके विभिन्न क्षेत्रों में 10 लाख नौकरियों का सृजन कर सकता है।
नेशनल डेस्कः भारत सेमीकंडक्टर विनिर्माण केंद्र बनने की ओर अग्रसर है। सोमवार को प्रकाशित एक रिपोर्ट में कहा गया है कि सेमीकंडक्टर क्षेत्र में तेजी से आगे बढ़ता भारत 2026 तक इसके विभिन्न क्षेत्रों में 10 लाख नौकरियों का सृजन कर सकता है।
प्रतिभा समाधान कंपनी एनएलबी सर्विसेज की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि यह मांग विभिन्न श्रेणियों में दिखने की उम्मीद है। इनमें चिप सेमीकंडक्टर विनिर्माण में लगभग तीन लाख नौकरियां, एटीएमपी (असेंबली, परीक्षण, मार्किंग और पैकेजिंग) में लगभग दो लाख नौकरियां और चिप डिजाइन, सॉफ्टवेयर विकास, सिस्टम सर्किट और विनिर्माण आपूर्ति शृंखला प्रबंधन में अतिरिक्त पद शामिल हैं।
इसके अलावा रिपोर्ट में बताया गया है कि इंजीनियर, संचालक, तकनीशियन और गुणवत्ता नियंत्रण, खरीद और सामग्री इंजीनियरिंग के विशेषज्ञों सहित कुशल कार्यबल की मांग होगी, जो 2026 तक एक मजबूत सेमीकंडक्टर प्रतिभा तैयार करने की भारत की रणनीति के अनुरूप है।
सेमीकंडक्टर उद्योग को सरकार द्वारा समर्थन दिए जाने के अलावा, कई निजी कंपनियों ने भारत में नई सेमीकंडक्टर असेंबली और परीक्षण सुविधाओं के निर्माण में निवेश करने की मंशा जताई है। यह रिपोर्ट आंतरिक डेटा विश्लेषण और उद्योग जगत की रिपोर्ट पर आधारित है। इसमें कहा गया है कि इस कदम से भारत के सेमीकंडक्टर क्षेत्र में महत्वपूर्ण क्रांति आएगी, जिससे उच्च तकनीक और निर्माण क्षेत्र में रोजगार के कई अवसर पैदा होंगे।