Edited By Parminder Kaur,Updated: 09 Apr, 2024 01:37 PM
Google CEO सुंदर पिचाई Gemini AI को Pro बनाने जा रहे हैं। हाल ही में उन्होंने एक इवेंट के दौरान अपने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस टूल Gemini AI को लेकर ये ऐलान किया। पिछले दिनों Gemini AI टूल काफी विवादों में रहा। अब सुंदर पिचाई ने इसे लेकर खुलकर बात की...
नेशनल डेस्क. Google CEO सुंदर पिचाई Gemini AI को Pro बनाने जा रहे हैं। हाल ही में उन्होंने एक इवेंट के दौरान अपने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस टूल Gemini AI को लेकर ये ऐलान किया। पिछले दिनों Gemini AI टूल काफी विवादों में रहा। अब सुंदर पिचाई ने इसे लेकर खुलकर बात की है।
पिचाई ने कहा- लोगों द्वारा गूगल के लिए हाई स्टैंडर्ड सेट करना ही कंपनी को अपने प्रोडक्ट्स को और बेहतर बनाने के लिए प्रेरित करता है। गूगल का लक्ष्य Gemini AI के जरिए अपने यूजर्स को ऐसे जबाब देना है, जो दुनियाभर के लोगों के अलग-अलग नजरिए को दर्शाते हों।
बिजनेस, गवर्मेंट एंड सोसाइटी फोरम के उद्घाटन समारोह के दौरान गूगल और अल्फाबेट सीईओ ने कहा- हम हमेशा से ऊंचे मापदंडों पर काम करते आए हैं और हम लोगों द्वारा सेट किए गए इन मापदंडों का स्वागत करते हैं क्योंकि ये मापदंड ही हमें अपने प्रोडक्ट्स को और बेहतर करने के लिए प्रेरित करते हैं। हालांकि, AI को ट्रेन करने के लिए कई तरह के टूल्स हैं। हमें यह सोचना होगा कि हम कैसे ज्यादा से ज्यादा यूजर्स को इन मॉडल्स को क्रिएट करने में शामिल कर सकते हैं। साथ ही, यह भी बेहद जरूरी है कि ये मॉडल (LLM) पूछे गए सवालों के नजरिए को समझें और जबाब देते हुए सिर्फ एक तरह का ही जबाब देने की कोशिश न करें, बल्कि हर पहलू को सामने रखे। गूगल को एक कंपनी के तौर पर सफल बनाने के लिए उनके यूजर्स का महत्वपूर्ण योगदान रहा है। हमारे लिए यह बेहद जरूरी है कि हमें समय-समय यूजर के तरफ से सुझाव भी मिले ताकि हम सही दिशा में लगातार आगे बढ़ते रहे। हमारी सफलता पूरी तरह से यूजर के भरोसे पर टिकी है।
पिचाई ने आगे कहा कि यह मामला चैटबॉट से परे है, जहां कभी-कभी उसकी राय भी सामने आ सकती है। यह एक ऐसा क्षेत्र है, जिसके लिए अभी बड़े पैमाने पर रिसर्च की जा रही है। हमें ये सीखना है कि किस तरह से हम सही मौकों पर सही से जबाब दे सके। साथ ही, यह भी सुनिश्चित करना होगा कि AI से मिले जबाब दुनियाभर के लोगों के अलग-अलग नजरिए को दर्शाते हों। यह सिर्फ गूगल की नहीं बल्कि कई कंपनियों के लार्ज लैंग्वेज मॉडल (LLM) की दिक्कतें हो सकती हैं। AI मॉडल्स से जुड़ी समस्याएं केवल गूगल तक ही सीमित नहीं है, बल्कि अन्य कंपनियों के मॉडल्स में भी इस तरह की दिक्कते हैं। ये मॉडल्स लगातार विकसित हो रहे हैं और मुझे लगता है कि हम इसमें सफल होंगे। मगर, हमारा लक्ष्य यही रहेगा कि हम अपने यूजर्स के लिए सही चीजें कर सकें।