Breaking




स्मार्ट टीवी देखने वालों के लिए खुशखबरी,  गूगल की मनमानी खत्म, यूजर्स अपनी पसंद का ऑपरेटिंग सिस्टम चुन सकेंगे

Edited By Parminder Kaur,Updated: 22 Apr, 2025 11:18 AM

google monopoly ends over android tvs in india

अगर आप स्मार्ट टीवी इस्तेमाल करते हैं, तो अब आपका टीवी देखने का अनुभव बदलने वाला है। दरअसल, भारत में स्मार्ट टीवी के बाजार में अब गूगल का दबदबा कम हो गया है। भारत के प्रतिस्पर्धा नियामक (Competition Regulator) ने एक नया नियम पास किया है, जिसे CCI भी...

नेशनल डेस्क. अगर आप स्मार्ट टीवी इस्तेमाल करते हैं, तो अब आपका टीवी देखने का अनुभव बदलने वाला है। दरअसल, भारत में स्मार्ट टीवी के बाजार में अब गूगल का दबदबा कम हो गया है। भारत के प्रतिस्पर्धा नियामक (Competition Regulator) ने एक नया नियम पास किया है, जिसे CCI भी कहते हैं। इस नियम के अनुसार, गूगल अब भारत में एंड्रॉयड टीवी पर अपना ऑपरेटिंग सिस्टम चलाने के लिए किसी भी टीवी कंपनी को मजबूर नहीं कर पाएगा। असल में गूगल पर यह आरोप लगा था कि वह एंड्रॉयड टीवी के बाजार में गलत तरीके से अपना दबदबा बना रहा है। इस मामले को लेकर CCI में पिछले चार साल से सुनवाई चल रही थी। अब गूगल ने इस मामले को CCI के साथ 20.24 करोड़ रुपये देकर सुलझा लिया है।

इस फैसले का यूजर्स पर क्या असर होगा?

पहले क्या होता था कि ज्यादातर स्मार्ट टीवी में गूगल के ऐप्स (जैसे यूट्यूब), सिस्टम और प्ले स्टोर पहले से ही इंस्टॉल होकर आते थे। लेकिन, इस नए फैसले के बाद अब ऐसा होना जरूरी नहीं है। गूगल का एकाधिकार खत्म होने से अब स्मार्ट टीवी बनाने वाली कंपनियों को यह आजादी मिल जाएगी कि वे चाहें तो गूगल के एंड्रॉयड ऑपरेटिंग सिस्टम और प्ले स्टोर का इस्तेमाल करें या फिर किसी और कंपनी का ऑपरेटिंग सिस्टम और ऐप स्टोर इस्तेमाल करें।

इसका मतलब यह है कि जो लोग गूगल के एंड्रॉयड ऑपरेटिंग सिस्टम और प्ले स्टोर को पसंद करते हैं, उन्हें अब टीवी खरीदते समय यह ध्यान देना होगा कि किस टीवी में यह सब पहले से इंस्टॉल है और किसमें नहीं। क्योंकि अब बाजार में अलग-अलग ऑपरेटिंग सिस्टम और ऐप स्टोर वाले स्मार्ट टीवी भी देखने को मिलेंगे। अभी यह भी ध्यान रखना होगा कि सभी ऐप्स हर ऐप स्टोर पर उपलब्ध नहीं होते हैं। फिलहाल, गूगल प्ले स्टोर और अमेज़न ऐप स्टोर टीवी यूजर्स के लिए सबसे ज्यादा ऐप्स देते हैं।

CCI ने क्या कहा?

CCI का कहना है कि भारत गूगल के लिए दुनिया के सबसे बड़े बाजारों में से एक है। प्रतिस्पर्धा नियामक के नियमों के आधार पर गूगल ने एक समझौता करने के लिए अर्जी दी थी। इस अर्जी में गूगल ने यह प्रस्ताव रखा कि वह भारत में एंड्रॉयड स्मार्ट टीवी के लिए अपने प्ले स्टोर और प्ले सर्विसेज का अलग से लाइसेंस देगा, न कि उन्हें बाकी सर्विसेज के साथ जोड़कर देगा। CCI ने यह भी कहा है कि यह नियम सिर्फ टेलीविजन तक ही सीमित नहीं रहेगा, बल्कि इसे आगे भी बढ़ाया जा सकता है।

गूगल पर जुर्माना भी लगा

सिर्फ यही नहीं, CCI ने गूगल पर 2.38 मिलियन डॉलर (लगभग 19.5 करोड़ रुपये) का जुर्माना भी लगाया है। यह जुर्माना गूगल को इस मामले को निपटाने के लिए भरना होगा।

टीवी बनाने वाली कंपनियों के लिए क्या बदला?

अगर आप स्मार्ट टीवी बनाने वाली कंपनी हैं, तो अब आपके पास यह विकल्प होगा कि आप गूगल के एंड्रॉयड टीवी के अलावा किसी और ऑपरेटिंग सिस्टम को भी चुन सकते हैं। इसके अलावा भारत में एंड्रॉयड टीवी के साथ काम करने वाली कंपनियों को अब यह जरूरी नहीं होगा कि वे अपने स्मार्ट टीवी में गूगल के किसी खास ऐप को डिफ़ॉल्ट रूप से (यानी पहले से सेट) इस्तेमाल करें।

Let's Play Games

Game 1
Game 2
Game 3
Game 4
Game 5
Game 6
Game 7
Game 8

Related Story

IPL
Royal Challengers Bengaluru

190/9

20.0

Punjab Kings

184/7

20.0

Royal Challengers Bengaluru win by 6 runs

RR 9.50
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!