Edited By Harman Kaur,Updated: 12 Mar, 2025 06:50 PM
मध्यप्रदेश के जबलपुर से एक बहुत ही चौंकाने वाला मामला सामने आया है। जहां एक सरकारी बाबू ने इतने बड़े फर्जीवाड़े को अंजाम दिया कि हर कोई हैरान रह गया। इस बाबू ने अपनी सैलरी को 44 हजार रुपए से बढ़ाकर 4 लाख 44 हजार रुपए कर लिया। इतना ही नहीं, उसने अपने...
नेशनल डेस्क: मध्यप्रदेश के जबलपुर से एक बहुत ही चौंकाने वाला मामला सामने आया है। जहां एक सरकारी बाबू ने इतने बड़े फर्जीवाड़े को अंजाम दिया कि हर कोई हैरान रह गया। इस बाबू ने अपनी सैलरी को 44 हजार रुपए से बढ़ाकर 4 लाख 44 हजार रुपए कर लिया। इतना ही नहीं, उसने अपने और अपने रिश्तेदारों के नाम पर सरकारी खजाने से 6 करोड़ 74 लाख रुपए निकाल लिए। इस घोटाले के उजागर होने के बाद वह फरार हो गया है।
महीनों तक लेता रहा सैलरी
जबलपुर में एक संयुक्त संचालक क्षेत्रीय कार्यालय स्थानीय निधि संपरीक्षा ऑफिस होता है, जो सरकारी विभागों के खर्च का ऑडिट करता है। इसी विभाग में काम करने वाले बाबू संदीप शर्मा ने सरकारी खजाने को चूना लगाया। आरोप है कि संदीप ने अपनी सैलरी को बढ़ाकर 4 लाख 44 हजार रुपए कर लिया और महीनों तक इसे लेता रहा। विभाग में वेतन पत्रक बनाने की जिम्मेदारी उसके पास थी और उसने इसी जिम्मेदारी का गलत फायदा उठाया।
25 अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस जारी
इसके अलावा, बाबू संदीप ने कुछ कर्मचारियों को फर्जी तरीके से रिटायर करके उनकी ग्रेच्युटी का पैसा भी निकाल लिया। साथ ही, वह अपने और अपने रिश्तेदारों के नाम पर भी सरकारी पैसे निकालता रहा। जब इसकी जांच शुरू हुई, तो सामने आया कि उसने अपने अकाउंट में लगभग 7 करोड़ रुपए ट्रांसफर किए थे। फिलहाल संदीप फरार है और जिला प्रशासन ने इस मामले में 25 अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस जारी किया है।
लग्जरी लाइफ जीने का था शौक
बताया जा रहा है कि संदीप शर्मा को लग्जरी लाइफ जीने का शौक था। जब गड़बड़ी का पता चला, तो उसने फरार होने से पहले एक पत्र भी लिखा, जिसमें उसने घोटाले की जिम्मेदारी ली और आत्महत्या करने की धमकी दी। संदीप को निलंबित कर दिया गया है और इस मामले में 25 अधिकारियों को नोटिस जारी किया गया है।