Edited By Utsav Singh,Updated: 25 Nov, 2024 08:47 PM
सरकारी नौकरी पाने के लिए लोग अक्सर कठिन परिश्रम और बहुत मेहनत करते हैं, और उनकी कोशिश यही रहती है कि किसी भी तरह से लिखित परीक्षा पास कर लें। हालांकि, अब कर्नाटक सरकार के बिजली विभाग में नौकरी के लिए एक नई चुनौती सामने आई है, जो उम्मीदवारों को पूरी...
कर्नाटक : सरकारी नौकरी पाने के लिए लोग अक्सर कठिन परिश्रम और बहुत मेहनत करते हैं, और उनकी कोशिश यही रहती है कि किसी भी तरह से लिखित परीक्षा पास कर लें। हालांकि, अब कर्नाटक सरकार के बिजली विभाग में नौकरी के लिए एक नई चुनौती सामने आई है, जो उम्मीदवारों को पूरी तरह से चौंका रही है। यहां नौकरी पाने के लिए आपको केवल पढ़ाई नहीं करनी, बल्कि 8 मीटर ऊंचे कंक्रीट के खंभे पर चढ़ना भी आना चाहिए!
क्या है ये नई चुनौती?
कर्नाटक पावर ट्रांसमिशन कॉरपोरेशन लिमिटेड (KPTCL) और कर्नाटक की पांच बिजली आपूर्ति कंपनियों (Escoms) द्वारा ग्रुप डी के लगभग 3,000 पदों के लिए भर्ती शुरू की गई है। पहले लोग सिर्फ लिखित परीक्षा की तैयारी करते थे, लेकिन अब इसमें एक शारीरिक परीक्षा भी शामिल कर दी गई है। इस परीक्षा में उम्मीदवारों को एक कंक्रीट के खंभे पर चढ़ने की क्षमता दिखानी होगी। इसके अलावा, कुछ और शारीरिक फिटनेस टेस्ट भी हैं, जिनमें से कई उम्मीदवार फेल हो रहे हैं।
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पोल क्लाइम्बिंग (खंभे पर चढ़ना) का नया नियम
कर्नाटक सरकार ने पोल क्लाइम्बिंग (खंभे पर चढ़ने) को अनिवार्य कर दिया है, जो कि जूनियर पावरमैन (JPM) और जूनियर स्टेशन अटेंडेंट (JSA) के पदों के लिए उम्मीदवारों के लिए एक बड़ी बाधा बन गई है। 2015 में इसे पोल क्लाइम्बिंग परीक्षा के रूप में लागू किया गया था, और अब यह भर्ती प्रक्रिया का एक अहम हिस्सा है।
शारीरिक फिटनेस टेस्ट के मानक
कर्नाटक पावर ट्रांसमिशन कॉरपोरेशन लिमिटेड (KPTCL) द्वारा निर्धारित शारीरिक मानक को पास करना उम्मीदवारों के लिए एक बड़ी चुनौती बन चुका है। यह शारीरिक फिटनेस टेस्ट निम्नलिखित गतिविधियों से संबंधित है:
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पोल पर चढ़ना (Climbing the Pole)
- उम्मीदवार को 8 मीटर ऊंचे कंक्रीट के खंभे पर चढ़ना अनिवार्य है।
- यह परीक्षा में सबसे कठिन हिस्सा बन चुकी है, क्योंकि ज्यादातर उम्मीदवार दो मीटर से ऊपर चढ़ने में भी विफल हो जाते हैं।
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दौड़ना (Running)
- 100 मीटर की दौड़ को 14 सेकंड में पूरा करना है।
- इसके अलावा, 800 मीटर की दौड़ को 3 मिनट में पूरा करना होता है।
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कूदना (Jumping)
- उम्मीदवार को 1 मिनट में 50 बार कूदना होगा।
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गोला फेंकना (Shot Put)
- 5.4 किलोग्राम के बॉल को 8 मीटर की दूरी तक फेंकना है।
- इसके लिए तीन मौके मिलते हैं, लेकिन सफलता पाने के लिए कम से कम एक बार इस दूरी तक फेंकना जरूरी है।
कर्नाटक में उम्मीदवारों के सामने चुनौती
कर्नाटक पावर ट्रांसमिशन कॉरपोरेशन लिमिटेड (KPTCL) के अधिकारियों के अनुसार, 80% उम्मीदवार इस शारीरिक मापदंड को पूरा करने में विफल रहते हैं। टाइम्स ऑफ इंडिया के एक रिपोर्ट के अनुसार, अधिकांश उम्मीदवार खंभे पर चढ़ने में पहले दो मीटर से ज्यादा चढ़ने में असफल हो जाते हैं। ऐसे में, इस परीक्षा को लेकर विरोध भी बढ़ रहा है, और कुछ उम्मीदवार कर्नाटक लोक सेवा आयोग (KPSC) या कर्नाटक परीक्षा प्राधिकरण (KEA) द्वारा आयोजित सामान्य लिखित परीक्षा की मांग कर रहे हैं।
क्या उम्मीदवारों का विरोध सही है?
कर्नाटक में इस शारीरिक परीक्षा के विरोध में कई आवाजें उठ रही हैं। उम्मीदवारों का कहना है कि शारीरिक परीक्षण को इतना कठिन और अनिवार्य बना दिया गया है कि जिनके पास शारीरिक रूप से तैयार होने का समय नहीं है, उनके लिए ये नौकरी प्राप्त करना लगभग नामुमकिन हो गया है। इसके बावजूद, सरकार का मानना है कि इस तरह के शारीरिक परीक्षण से उम्मीदवारों की मेहनत और फिटनेस का सही आंकलन किया जा सकता है, खासकर जब वे बिजली के खंभों से जुड़ी नौकरी कर रहे होते हैं।
कर्नाटक में बिजली विभाग में नौकरी पाने के लिए अब सिर्फ पढ़ाई नहीं, बल्कि शारीरिक क्षमता भी साबित करनी होगी। जो उम्मीदवार फिटनेस टेस्ट में असफल होते हैं, वे इस नौकरी को पाने से चूक सकते हैं। हालांकि, ये नए नियम कुछ उम्मीदवारों के लिए परेशानी का कारण बन रहे हैं, लेकिन सरकार के अनुसार, यह कदम उम्मीदवारों की शारीरिक क्षमता का परीक्षण करने के लिए लिया गया है।