Edited By Parminder Kaur,Updated: 20 Feb, 2025 05:09 PM
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पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सी. वी. आनंद बोस ने बृहस्पतिवार को कुंभ मेला को 'मुक्ति मेला' बताते हुए कहा कि इस मेले ने मनुष्य को ईश्वर से जोड़ने के लिए एक "इंद्रधनुषी पुल" का निर्माण किया है। उनका यह बयान मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के उस बयान के कुछ दिन...
नेशनल डेस्क. पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सी. वी. आनंद बोस ने बृहस्पतिवार को कुंभ मेला को 'मुक्ति मेला' बताते हुए कहा कि इस मेले ने मनुष्य को ईश्वर से जोड़ने के लिए एक "इंद्रधनुषी पुल" का निर्माण किया है। उनका यह बयान मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के उस बयान के कुछ दिन बाद आया है, जिसमें उन्होंने कहा था कि भगदड़ की घटनाओं के कारण महाकुंभ 'मृत्यु कुंभ' में बदल गया है। ममता बनर्जी ने यह भी दावा किया था कि अधिकारियों ने इस बड़े धार्मिक आयोजन में मरने वालों की असली संख्या को छुपाया है।
राजभवन में पत्रकारों से बात करते हुए राज्यपाल बोस ने कहा- मैं किसी विवाद में नहीं पड़ना चाहता। यह एक लोकतांत्रिक व्यवस्था है और मुख्यमंत्री को अपने राजनीतिक दृष्टिकोण के आधार पर किसी भी घटना का विश्लेषण करने का अधिकार है। मैं इसे लोकतंत्र की सुंदरता के रूप में स्वीकार करता हूं, जहां तक मेरी बात है। राज्यपाल के रूप में मैं कोई टिप्पणी नहीं करना चाहता। मैं वहां प्रक्रिया का एक विनम्र हिस्सा बनने के लिए गया था।
राज्यपाल बोस इस सप्ताह की शुरुआत में प्रयागराज स्थित कुंभ मेला में पहुंचे थे और उन्होंने वहां डुबकी भी लगाई थी। बोस ने कुंभ मेला को 'मुक्ति मेला' और 'मृत्युंजय मेला' भी बताया।
कुंभ मेला के बारे में बोस ने कहा- मैं इसे भारत की महान परंपरा की परिणति के रूप में देखता हूं। कुंभ मेला ईश्वर से मिलन का प्रतीक है। लाखों लोग स्वेच्छा से वहां आए थे क्योंकि वे वहां जाना चाहते थे। यह एक इंद्रधनुषी पुल है, जो धरती को आकाश से, मनुष्य को ईश्वर से, आंतरिक दुनिया को बाहरी दुनिया से जोड़ता है।
राज्यपाल बोस ने कहा कि वह इसे भारत की परंपरा और संस्कृति की उत्कृष्टता मानते हैं, लेकिन राजनीतिक बयानों पर टिप्पणी करने से बचते हैं।