Edited By Pardeep,Updated: 25 Oct, 2024 10:20 PM
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 28 अक्टूबर को गुजरात के अमरेली जिले में 4800 करोड़ रुपये से अधिक के विकास कार्यों का लोकार्पण और शिलायास करेंगे।
गांधीनगरः प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 28 अक्टूबर को गुजरात के अमरेली जिले में 4800 करोड़ रुपये से अधिक के विकास कार्यों का लोकार्पण और शिलायास करेंगे। सरकारी सूत्रों ने शुक्रवार को यहां बताया कि मोदी अपनी इस गुजरात यात्रा के दौरान अमरेली जिले में जिन विकास कार्यों का लोकार्पण और शिलायास करेंगे, उनमें अमरेली, जामनगर, मोरबी, देवभूमि द्वारका, जूनागढ, पोरबंदर, कच्छ तथा बोटाद जिलों के लगभग 1600 विकास कार्य शामिल हैं। प्रधानमंत्री जलापूर्ति विभाग के विकास कार्यों का लोकार्पण और शिलान्यास करेंगे।
वह अमरेली जिले में गागडियो नदी पर 35 करोड़ रुपये की लागत से बने भारत माता सरोवर का लोकार्पण करेंगे। इसके साथ ही वह जलसंचय विभाग अंतर्गत 20 करोड़ रुपये के पिट रिचार्ज, बोरवेल रिचार्ज एवं कुआं रिचार्ज के 1000 कार्यों का शिलान्यास तथा 590 कार्यों का लोकार्पण करेंगे। वह भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (न्हाई-एनएचएआई) के 2800 करोड़ रुपये से अधिक की लागत वाले विभिन्न विकास कार्यों लोकार्पण एवं शिलान्यास करेंगे। वह रेलवे विभाग अंतर्गत 1094 करोड़ रुपये की लागत वाले भुज- नलिया गेज कन्वर्जन प्रोजेक्ट का लोकार्पण भी करेंगे।
मोदी 28 अक्टूबर सोमवार को अमरेली जिले से जलापूर्ति विभाग के 705 करोड़ रुपये के विभिन्न विकास कार्यों का लोकार्पण तथा शिलान्यास करेंगे। इनमें 112 करोड़ रुपये के कार्यों का शिलायास तथा 644 करोड़ रुपए के कार्यों का लोकार्पण होगा। इन विकास कार्यों में बोटाद जिले के लिए नावडा से चावंड बल्क पाइप लाइन का लोकार्पण तथा भावनगर जिले में पीने के पानी की पसवी समूह ऑगमेंटेशन जलापूर्ति योजना भाग-2 के कार्यों का शिलान्यास शामिल है।
नावडा से चावंड बल्क पाइप लाइन प्रोजेक्ट पूरा होने से बोटाद, अमरेली, जूनागढ, राजकोट एवं पोरबंदर जिलों के 1298 गांवों तथा 36 शहरों के लगभग 67 लाख लाभार्थियों को अतिरिक्त 28 करोड़ लीटर जल की आपूर्ति की जा रही है, जबकि भावनगर जिले में पीने के पानी की योजनाओं के अंतर्गत महुवा, तलाजा और पालीताणा तहसीलों के 95 गाँवों को शामिल किया गया है, जिनकी जनसंख्या लगभग 2.75 लाख है।
गुजरात सरकार एवं धोलकिया फाउंडेशन द्वारा जन-निजी भागीदारी (पीपीपी) मॉडल अंतर्गत अमरेली जिले में लाठी के दुधाळा में हेतनी (हेत की) हवेली के पास 35 करोड़ रुपए की लागत से भारत माता सरोवर का निर्माण किया गया है। वॉटरशेड (जलग्रहण) विभाग के 4.50 करोड़ लीटर जल संग्रहण क्षमता वाले चेकडैम (तटबंध) को धोळकिया फाउंडेशन द्वारा गहरा कराया गया है। इसकी चौड़ाई बढ़ाई गयी है तथा चेकडैम के दोनों ओर से मिट्टी डाल कर उसकी मजबूती बढ़ाई गई है। इसके फलस्वरूप इस तटबंध की जल संग्रहण क्षमता में 20 करोड़ लीटर की वृद्धि हुई है।
इस तटबंध को भारत माता सरोवर नाम दिया गया है और हाल में इस भारत माता सरोवर में 24.50 करोड़ लीटर जल का संग्रह हुआ है। इसके कारण आसपास के खेतों में स्थित बोरवेल एवं कुओं के जलस्तर में वृद्धि हुई है, आसपास गाँवों में पानी की सुविधा हुई है और गांव के किसानों को सिंचाई के लिये परोक्ष रूप से इस सरोवर का लाभ मिला है। मोदी 28 अक्टूबर को अमरेली में नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एनएचएआई) के 2811 करोड़ रुपये के विभिन्न विकास कार्यों का लोकार्पण-शिलान्यास करेंगे। इनमें 2185 करोड़ रुपये के चार विकास कार्यों का लोकार्पण तथा 626 करोड़ रुपये के एक विकास कार्य का शिलांयास शामिल हैं।
एनएचएआई के लोकार्पित होने वाले चार विकास कार्यों में 768 करोड़ रुपये की लागत से राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या (एनएच) 151ए पर ध्रोल-भादरा पाटिया अनुभाग (सेक्शन) और भादरा पाटिया-पिपलिया अनुभाग का चार मार्गीकरण, 1025 करोड़ रुपये की लागत से एनएच 151ए पर द्वारका-खंभालिया-देवरिया अनुभाग के 203 किलोमीटर से 176 किलोमीटर एवं 171 किलोमीटर से 125 किलोमीटर के अनुभाग का चार मार्गीकरण, 136 करोड़ रुपए की लागत से एनएच 41 पर माधवपुर-पोरबंदर अनुभाग के 338 किलोमीटर से 379 किलोमीटर का चार मार्गीकरण और 256 करोड़ रुपये की लागत से एनएच 151 पर जेतपुर- सोमनाथ अनुभाग के चार मार्गीकरण पर जूनागढ बाईपास आदि कार्यों का निर्माण शामिल हैं। इसके साथ ही; 626 करोड़ रुपए की लागत से जामनगर जिले के ध्रोल बाईपास से मोरबी जिले के आमरण तक के अनुभाग के चार मार्गीकरण के कार्य का शिलान्यास भी किया जायेगा। प्रधानमंत्री उसी दिन भुज-नलिया गेज कन्वर्जन प्रोजेक्ट देश को समर्पित करेंगे। यह प्रोजेक्ट 1094 करोड़ रुपये की लागत से पूरा किया गया है।
इस सेक्शन में 24 मेजर व 254 माइनॉर ब्रिज, तीन रोड ओवरब्रिज तथा 30 रोड अंडरब्रिज भी शामिल हैं। यह प्रोजेक्ट बहुत ही लाभदायक है, जो राज्य के कच्छ जिले में सामाजिक एवं आर्थिक विकास को गति देगा। इसके साथ ही वह 200 करोड़ रुपये के पर्यटन संबंधी विकास कार्यों का शिलान्यास करेंगे। इसके अंतर्गत पोरबंदर जिले के मोकरसगार में कर्ली रिचार्ज जलाशय का विश्व स्तरीय सस्टेनेबल इकोटूरिज्म स्पॉट के रूप में विकास किया जायेगा। इस प्रकार प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आगामी दीपावली एवं गुजराती नूतन वर्ष से पहले गुजरात के नागरिकों के लिये करोड़ों रुपये के विकास कार्यों की भेंट लेकर आयेंगे।