Edited By Anjna,Updated: 19 Nov, 2024 01:14 PM
पाकिस्तान के गुजरांवाला से एक हैरान करने वाली घटना सामने आई है। यहां के एक भिखारी परिवार ने अपनी दादी के 40वें दिन की रस्म पर न केवल 20,000 से ज्यादा लोगों के लिए शाही दावत का आयोजन किया, बल्कि मेहमानों को कार्यक्रम स्थल तक पहुंचाने के लिए 2,000...
नेशनल डेस्क: पाकिस्तान के गुजरांवाला से एक हैरान करने वाली घटना सामने आई है। यहां के एक भिखारी परिवार ने अपनी दादी के 40वें दिन की रस्म पर न केवल 20,000 से ज्यादा लोगों के लिए शाही दावत का आयोजन किया, बल्कि मेहमानों को कार्यक्रम स्थल तक पहुंचाने के लिए 2,000 वाहनों की व्यवस्था भी की। इस आयोजन में करीब 1.25 करोड़ पाकिस्तानी रुपये (लगभग 38 लाख भारतीय रुपये) खर्च किए गए।
250 बकरों की कुर्बानी और शाही मेन्यू
यह दावत रहवाली रेलवे स्टेशन के पास आयोजित की गई थी। रिपोर्ट्स के अनुसार, मेहमानों के लिए दोपहर के भोजन में सिरी-पाए, मुरब्बा और मांस की कई डिशेज परोसी गईं। वहीं, रात के खाने में मटन, नान मटर गंज (मीठे चावल) और विभिन्न मिठाइयों का इंतजाम किया गया था। इस भव्य आयोजन में 250 बकरों की कुर्बानी दी गई, जिससे कार्यक्रम को और भी भव्य बना दिया गया।
सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल
इस कार्यक्रम के वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहे हैं। जहां कुछ लोग इस शाही दावत की तारीफ कर रहे हैं, वहीं कई लोग इस बात पर सवाल उठा रहे हैं कि आखिर भिखारी परिवार के पास इतने पैसे आए कहां से।
भिखारी परिवार ने उड़ा दिए करोड़ों रुपये
120 वर्षीय सकीना बीबी की याद में आयोजित इस रस्म में भिखारी समुदाय से हजारों लोगों को आमंत्रित किया गया था। आयोजन की भव्यता और खर्च को लेकर सोशल मीडिया पर बहस छिड़ गई है। एक यूजर ने तंज कसते हुए कहा, "पाकिस्तान में जिसने भीख मांगना सीख लिया, वह कभी भूखा नहीं रहेगा।"
ऐसे समय में जब पाकिस्तान आर्थिक संकट से जूझ रहा है और IMF की मदद पर निर्भर है, भिखारी परिवार का इतना बड़ा आयोजन कई सवाल खड़े करता है। सोशल मीडिया पर कई यूजर्स ने पूछा, "जब देश कंगाल है, तो भिखारी परिवार करोड़ों रुपये कैसे खर्च कर सकता है?" इस घटना ने न केवल पाकिस्तान में बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी चर्चा का विषय बना दिया है।