Edited By Anu Malhotra,Updated: 20 Dec, 2024 11:57 AM
गुड़गांव-बैंगलुरू के बाद अब बिहार में निवेश के लिए बड़े उद्योग घराने उत्साहित हैं। दूरसंचार कंपनी भारती एयरटेल, पर्सनल कंप्यूटर निर्माता होलोवेयर और अन्य कंपनियां राज्य की नई सूचना प्रौद्योगिकी (IT) नीति के तहत यहां निवेश की योजना बना रही हैं। राज्य...
नेशनल डेस्क: गुड़गांव-बैंगलुरू के बाद अब बिहार में निवेश के लिए बड़े उद्योग घराने उत्साहित हैं। दूरसंचार कंपनी भारती एयरटेल, पर्सनल कंप्यूटर निर्माता होलोवेयर और अन्य कंपनियां राज्य की नई सूचना प्रौद्योगिकी (IT) नीति के तहत यहां निवेश की योजना बना रही हैं। राज्य के IT सचिव अभय कुमार सिंह ने 19 दिसंबर को वैश्विक निवेशक सम्मेलन ‘बिहार बिजनेस कनेक्ट’ में यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि राज्य में छोटे IT शहरों के विकास पर काम किया जा रहा है।
आईटी और सॉफ्टवेयर क्षेत्र को मिल रहा बढ़ावा
अभय कुमार सिंह ने बताया कि बिहार की IT नीति-2024 में दिए गए प्रोत्साहन देश के अन्य राज्यों की नीतियों से बेहतर हैं। एयरटेल और डेटा सेंटर कंपनी कंट्रोलएस जैसी कंपनियों के निवेश प्रस्ताव को प्राथमिकता के साथ आगे बढ़ाया जा रहा है। इन कंपनियों ने अपने वित्तीय प्रस्ताव दे दिए हैं और जल्द ही उनके निवेश को धरातल पर उतारा जाएगा।
होलोवेयर का बड़ा निवेश
चेन्नई की होलोवेयर कंपनी बिहार में IT हार्डवेयर निर्माण के लिए बड़ा निवेश कर रही है। कंपनी ने लैपटॉप और पीसी निर्माण के लिए 30 करोड़ रुपये के प्रस्ताव को मंजूरी दिलाई है। इसके अलावा, कंपनी भविष्य में 300 करोड़ रुपये का निवेश करने की योजना बना रही है।
टीसीएस, एचसीएल और अन्य कंपनियां भी होंगी शामिल
पिछले साल टीसीएस, एचसीएल और टाइगर एनालिटिक्स जैसी दिग्गज कंपनियों ने बिहार में निवेश के लिए प्रस्ताव दिए थे। अब इन प्रस्तावों पर तेजी से काम हो रहा है।
निवेशकों को आकर्षित करने वाली सब्सिडी
IT सचिव ने बताया कि बिहार सरकार स्थिर पूंजी पर सब्सिडी, ब्याज सहायता और रोजगार में सहायता जैसी सुविधाएं प्रदान कर रही है। उदाहरण के तौर पर, यदि कोई कंपनी 100 करोड़ रुपये का निवेश करती है, तो उसे 70 करोड़ रुपये तक की सब्सिडी दी जा सकती है।
बिहार की नई IT नीति और प्रोत्साहन योजनाओं के चलते राज्य अब निवेशकों के लिए एक आकर्षक गंतव्य बनता जा रहा है। यह कदम राज्य के आर्थिक विकास और रोजगार सृजन में अहम भूमिका निभाएगा।