Edited By Pardeep,Updated: 06 Jan, 2024 10:49 PM
कश्मीर में तीन दशक से भी पहले आतंकवाद के सिर उठाने के बाद से पहली बार शनिवार को श्रीनगर के एक मंदिर में हवन किया गया। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि 300 सालों से भी अधिक पुराना यह मंदिर कई वर्षों से क्षेत्र की स्थिति के कारण बंद था।
नेशनल डेस्कः कश्मीर में तीन दशक से भी पहले आतंकवाद के सिर उठाने के बाद से पहली बार शनिवार को श्रीनगर के एक मंदिर में हवन किया गया। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि 300 सालों से भी अधिक पुराना यह मंदिर कई वर्षों से क्षेत्र की स्थिति के कारण बंद था।
उन्होंने बताया कि शहर के मैसूमा इलाक में आनंदेश्वर भैरवनाथ मंदिर में भगवान भैरवनाथ की जयंती के अवसर पर हवन एवं भव्य पूजा की गई। मंदिर न्यास के सदस्य हीरालाल ने कहा, ‘‘ करीब 32 साल बाद इस मंदिर में हवन एवं पूजा की गई क्योंकि यह मंदिर क्षेत्र की स्थिति के कारण कई सालों से बंद था।’’ उन्होंने कहा कि 150 से अधिक लोग इस मौके पर मंदिर में आमंत्रित किये गये थे। हवन एवं पूजा के बाद श्रद्धालुओं और सीआरपीएफ जवानों को प्रसाद दिया गया. सीआरपीएफ के इन जवानों को वहां तैनात किया गया था।
कार्यक्रम के एक आयोजक ने कहा कि पिछले तीन दशकों में मंदिर खुला रहता था, हालांकि 33 साल से अधिक समय के बाद यहां हवन का आयोजन किया गया। हवन के बाद भक्तों के बीच प्रसाद वितरित किया गया।