Edited By Ashutosh Chaubey,Updated: 30 Mar, 2025 12:54 PM

राजस्थान में जयपुर के सांगानेर थाना इलाके में एक सनसनीखेज मामला सामने आया है, जहां नशे में धुत एक युवक ने मंदिर में मूर्तियां खंडित कर दीं और इस हरकत की तस्वीरें अपनी मंगेतर को भेज दीं। सुबह जब होश आया, तो उसे अपनी गलती का एहसास हुआ
नेशनल डेस्क: राजस्थान में जयपुर के सांगानेर थाना इलाके में एक सनसनीखेज मामला सामने आया है, जहां नशे में धुत एक युवक ने मंदिर में मूर्तियां खंडित कर दीं और इस हरकत की तस्वीरें अपनी मंगेतर को भेज दीं। सुबह जब होश आया, तो उसे अपनी गलती का एहसास हुआ, लेकिन तब तक मामला तूल पकड़ चुका था। घटना जयपुर के सांगानेर थाना इलाके के प्रताप नगर सेक्टर-3 स्थित वीर तेजाजी मंदिर की है। शुक्रवार देर रात एक युवक वहां पहुंचा और मूर्तियों को खंडित कर दिया। पुलिस ने जब मामले की जांच शुरू की, तो मंदिर के आसपास लगे CCTV कैमरों की फुटेज खंगाली गई, जिसमें आरोपी की पहचान सिद्धार्थ सिंह (34) के रूप में हुई। पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए आरोपी को गिरफ्तार कर लिया।
कैसे पकड़ा गया आरोपी?
मंदिर में हुई तोड़फोड़ की घटना के बाद पुलिस ने इलाके में लगे 100 से ज्यादा CCTV कैमरों की फुटेज खंगाली। फुटेज में सिद्धार्थ सिंह को एक होटल में जाते देखा गया, जहां वह अपने दोस्त से मिलने पहुंचा था। पुलिस ने होटल की फुटेज के आधार पर उसकी पहचान की और उसके घर पर छापा मारकर उसे गिरफ्तार कर लिया।
नशे की हालत में भेजी गई तस्वीरें बनी सबूत
सिद्धार्थ सिंह ने पुलिस पूछताछ में बताया कि घटना से पहले वह एक होटल में अपने दोस्त से मिलने गया था, जहां उन्होंने शराब पार्टी की। वहां से निकलते समय उसने सड़क पर घूम रहे कुत्तों को खाना भी खिलाया। इसके बाद जब वह मंदिर पहुंचा, तो नशे में उसने वहां तोड़फोड़ कर दी। इस दौरान उसने मंदिर की खंडित मूर्तियों की तस्वीरें भी लीं और अपनी मंगेतर को भेज दीं। वह नशे में होने की वजह से रात में सबकुछ भूल गया, लेकिन सुबह जब मंगेतर ने फोन करके इस घटना के बारे में बताया, तो उसके होश उड़ गए।
पैसों की तंगी बनी वजह?
पुलिस जांच में सामने आया कि सिद्धार्थ सिंह पहले राजापार्क इलाके में "तमस कैफे" नाम से एक रेस्टोरेंट चलाता था। लेकिन आर्थिक तंगी के चलते उसे रेस्टोरेंट बंद करना पड़ा। इस कारण वह पिछले कुछ महीनों से मानसिक रूप से परेशान चल रहा था। सिद्धार्थ ने अपने बयान में कहा कि वह अपनी असफलताओं के लिए भगवान को जिम्मेदार मानने लगा था और गुस्से में आकर उसने मंदिर में तोड़फोड़ कर दी।
तीन केस दर्ज, गंभीर धाराओं में कार्रवाई
जयपुर पुलिस ने इस मामले में तीन केस दर्ज किए हैं:
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मूर्तियां खंडित करने का मामला – यह केस मंदिर के पुजारी मनोज की शिकायत पर दर्ज किया गया।
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सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने और आगजनी का केस – यह पुलिस की ओर से दर्ज किया गया।
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पेट्रोल पंप पर तोड़फोड़ और आग लगाने की कोशिश – यह शिकायत पेट्रोल पंप के मैनेजर रमेश ने दर्ज कराई।
आरोपी के खिलाफ कड़ी धाराओं में केस दर्ज किया गया है और आगे की जांच जारी है।
क्या कहती है पुलिस?
डीसीपी (ईस्ट) तेजस्विनी गौतम ने बताया कि आरोपी सिद्धार्थ सिंह को गिरफ्तार कर लिया गया है और कोर्ट में पेश किया जाएगा। पुलिस उसकी मानसिक स्थिति और घटना के पीछे की असल वजह की भी जांच कर रही है।