Edited By Parveen Kumar,Updated: 08 Jan, 2025 06:29 PM
जम्मू-कश्मीर का स्वास्थ्य विभाग HMPV (ह्यूमन मेटापन्यूमोवायरस) वायरस के बढ़ते खतरे को लेकर सतर्क हो गया है। भारत में बच्चों में इस वायरस के सात मामले सामने आने के बाद, जम्मू के सरकारी मेडिकल कॉलेज (GMC) अस्पताल में एक स्पेशल आइसोलेशन वार्ड तैयार...
नेशनल डेस्क : जम्मू-कश्मीर का स्वास्थ्य विभाग HMPV (ह्यूमन मेटापन्यूमोवायरस) वायरस के बढ़ते खतरे को लेकर सतर्क हो गया है। भारत में बच्चों में इस वायरस के सात मामले सामने आने के बाद, जम्मू के सरकारी मेडिकल कॉलेज (GMC) अस्पताल में एक स्पेशल आइसोलेशन वार्ड तैयार किया गया है। अभी तक यह वायरस बेंगलुरु, नागपुर, तमिलनाडु और अहमदाबाद में पाया गया है।
GMC जम्मू में 31 बेड वाला एक आइसोलेशन वार्ड बनाया गया है, जिसमें सभी जरूरी सुविधाएं मौजूद हैं। अस्पताल की नर्सों ने बताया कि किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए पूरी तैयारी की गई है। हालांकि, जम्मू-कश्मीर में अभी तक HMPV वायरस का कोई मामला सामने नहीं आया है।
स्वास्थ्य विभाग का बयान
स्वास्थ्य विभाग ने लोगों को घबराने की जरूरत नहीं बताई है। अस्पताल प्रशासन ने कहा है कि यदि वायरस के मामले सामने आते हैं, तो इलाज और अलगाव के लिए सभी उपाय किए गए हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि यह वायरस बच्चों और कमजोर इम्यूनिटी वाले व्यक्तियों को ज्यादा प्रभावित करता है, लेकिन सही देखभाल से इसे नियंत्रित किया जा सकता है।
HMPV वायरस के लक्षण
HMPV वायरस के लक्षण में सर्दी, खांसी और बुखार शामिल हो सकते हैं। यदि समय पर इलाज नहीं मिलता, तो यह श्वसन संबंधी समस्याओं का कारण बन सकता है। स्वास्थ्य विभाग ने लोगों से अपील की है कि अगर किसी में ये लक्षण दिखें, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
HMPV वायरस क्या है?
HMPV (ह्यूमन मेटापन्यूमोवायरस) एक मौसमी वायरस है, जो मुख्य रूप से श्वसन तंत्र को प्रभावित करता है। इसके लक्षण फ्लू जैसे होते हैं, और यह वायरस हाल ही में चीन में तेजी से फैला था, और अब भारत में भी इसके मामले सामने आ रहे हैं। विशेषज्ञों के अनुसार, यह वायरस बच्चों, बुजुर्गों और कमजोर इम्यूनिटी वाले लोगों के लिए ज्यादा खतरनाक हो सकता है। जिन लोगों को अस्थमा, मधुमेह या हृदय रोग जैसी पुरानी बीमारियां हैं, उन्हें यह वायरस ज्यादा प्रभावित कर सकता है।