Edited By Anu Malhotra,Updated: 21 Aug, 2024 03:50 PM
एक व्यक्ति को स्कूटर चलाते समय अचानक दिल का दौरा पड़ा, लेकिन मौके पर पहुंचे हेड कांस्टेबल राघवेंद्र रघुवंशी ने देवदूत बनकर उसकी जान बचा ली। यह घटना इंदौर-महू रोड पर शाम करीब साढ़े 5 बजे की है, जब पीथमपुर निवासी जगदीश अपनी 14 साल की बेटी के साथ...
नेशनल डेस्क: एक व्यक्ति को स्कूटर चलाते समय अचानक दिल का दौरा पड़ा, लेकिन मौके पर पहुंचे हेड कांस्टेबल राघवेंद्र रघुवंशी ने देवदूत बनकर उसकी जान बचा ली। यह घटना इंदौर-महू रोड पर शाम करीब साढ़े 5 बजे की है, जब पीथमपुर निवासी जगदीश अपनी 14 साल की बेटी के साथ स्कूटर पर जा रहे थे। अचानक उन्हें घबराहट महसूस हुई और उन्होंने स्कूटर को किनारे लगाकर बैठ गए। उनकी बेटी ने घबराकर मदद के लिए लोगों को पुकारा, तभी ड्यूटी पर जा रहे हेड कांस्टेबल रघुवंशी ने स्थिति की गंभीरता को समझते हुए तुरंत सीपीआर दिया। उनकी सूझबूझ और त्वरित कार्रवाई ने गोल्डन आवर के भीतर जगदीश की जान बचा ली। इस घटना का वीडियो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
पीथमपुर निवासी जगदीशअपनी बेटी के साथ कहीं जा रहे थे। इंदौर-महू रोड पर, शाम करीब साढ़े 5 बजे, उन्हें बेचैनी महसूस हुई और उन्होंने अपनी एक्टिवा को किनारे लगाकर बैठ गए। बेटी ने देखा कि उनके पिता पसीने से तर-बतर हो गए हैं, तो उसने घबराकर आसपास के लोगों से मदद की गुहार लगाई।
इसी बीच, किशनगंज थाने में तैनात हेड कांस्टेबल राघवेंद्र रघुवंशी, जो ड्यूटी पर जा रहे थे, ने भीड़ देखकर रुक गए और स्थिति का जायजा लिया। बच्ची के इशारे पर, उन्होंने तुरंत समझ लिया कि मामला गंभीर है। बिना देर किए, उन्होंने जगदीश को सीपीआर दिया। कुछ ही क्षणों में, जगदीश की स्थिति स्थिर हो गई और उनकी सांसें सामान्य हो गईं। इस बहादुरी के बाद, जगदीश ने रघुवंशी को देवता की तरह धन्यवाद दिया, जिन्होंने उनकी जान बचाई। इस घटना का वीडियो भी कुछ राहगीरों ने बना लिया, जो अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।