Edited By Ashutosh Chaubey,Updated: 10 Apr, 2025 12:46 PM
उत्तराखंड में मौसम का मिजाज एक बार फिर से बदल गया है और इस बार मामला काफी गंभीर है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने राज्य के अधिकतर हिस्सों में भारी बारिश, तेज आंधी, वज्रपात और ओलावृष्टि की चेतावनी दी है।
नेशनल डेस्क: उत्तराखंड में मौसम का मिजाज एक बार फिर से बदल गया है और इस बार मामला काफी गंभीर है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने राज्य के अधिकतर हिस्सों में भारी बारिश, तेज आंधी, वज्रपात और ओलावृष्टि की चेतावनी दी है। मौसम विभाग ने 11 जिलों में ऑरेंज अलर्ट और कुछ जिलों में येलो अलर्ट जारी किया है। इसके चलते राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने सभी जिलों को सतर्क कर दिया है और पूरे प्रदेश में हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया है। उत्तराखंड में बुधवार से ही बारिश और अंधड़ का सिलसिला जारी है। खासकर चमोली जिले के थराली क्षेत्र में भारी तबाही हुई है। अतिवृष्टि के कारण दो गाड़ियां मलबे में दब गईं, और कई जगहों पर पेड़ गिरने से बिजली लाइनें और सड़कें भी बाधित हुई हैं। इससे कई गांवों का संपर्क मुख्य मार्गों से कट गया।
IMD का ऑरेंज अलर्ट: किन जिलों में खतरा ज्यादा
भारतीय मौसम विभाग ने जो ताजा अलर्ट जारी किया है उसके मुताबिक आज और कल (गुरुवार और शुक्रवार) को उत्तरकाशी, चमोली, रुद्रप्रयाग, टिहरी, देहरादून, पौड़ी, पिथौरागढ़, बागेश्वर, अल्मोड़ा, चम्पावत और नैनीताल में भारी बारिश, आंधी, ओलावृष्टि और वज्रपात हो सकता है। इन जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है जो कि खतरनाक स्थिति की ओर इशारा करता है। वहीं हरिद्वार और ऊधमसिंह नगर में अंधड़ और सामान्य बारिश को लेकर येलो अलर्ट जारी किया गया है।
राज्य आपदा प्रबंधन पूरी तरह सतर्क
मौसम विभाग की चेतावनी के बाद राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (SDMA) ने सभी जिलाधिकारियों को पत्र भेजकर सतर्क रहने के निर्देश दिए हैं।
सभी जिलों में आईआरएस सिस्टम को सक्रिय कर दिया गया है और अधिकारियों को 24 घंटे तैनात रहने के निर्देश दिए गए हैं।
इसके अलावा ग्राम पंचायत अधिकारियों को भी अपने क्षेत्र में मौजूद रहने और तुरंत रिपोर्ट देने को कहा गया है।
किन-किन सेवाओं पर असर पड़ सकता है
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सड़क मार्ग: भारी बारिश और पेड़ गिरने से कई जगहों पर सड़कों के बाधित होने की आशंका है
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बिजली आपूर्ति: तेज आंधी और बिजली गिरने से ट्रांसफॉर्मर और तारों को नुकसान पहुंच सकता है
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पर्यटन: पर्वतीय क्षेत्रों में पर्यटकों को पहाड़ों पर न जाने की सलाह दी गई है
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जनजीवन: ग्रामीण और पर्वतीय इलाकों में सामान्य जीवन प्रभावित हो सकता है
क्या करें, क्या न करें (सावधानियां)
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मौसम खराब हो तो अनावश्यक यात्रा से बचें
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बिजली गिरने की संभावना हो तो पेड़ों के नीचे या खुले मैदानों में खड़े न हों
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मोबाइल चार्जिंग और अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों को सुरक्षित रखें
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प्रशासन के दिशा-निर्देशों का पालन करें
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पहाड़ी क्षेत्रों में जाने से बचें, भूस्खलन का खतरा बना हुआ है