Edited By Anu Malhotra,Updated: 13 Nov, 2024 04:15 PM
पिछले कुछ दिनों से तमिलनाडु में लगातार हो रही भारी बारिश से जनजीवन बुरी तरह प्रभावित है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने बुधवार को राज्य में भारी बारिश की संभावना के साथ येलो अलर्ट जारी किया है। बारिश के कारण कई जिलों में स्कूल और कॉलेजों में छुट्टियां...
नई दिल्ली: पिछले कुछ दिनों से तमिलनाडु में लगातार हो रही भारी बारिश से जनजीवन बुरी तरह प्रभावित है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने बुधवार को राज्य में भारी बारिश की संभावना के साथ येलो अलर्ट जारी किया है। बारिश के कारण कई जिलों में स्कूल और कॉलेजों में छुट्टियां घोषित कर दी गई हैं।
प्रभावित जिले और अलर्ट
मौसम विभाग के अनुसार, तमिलनाडु के चेन्नई, चेंगलपट्टू, तिरुवल्लूर, कांचीपुरम, रानीपेट, कन्याकुमारी, तिरुनेलवेली, थूथुकुडी, तेनकासी, रामनाथपुरम, विरुधुनगर और मदुरै जिलों में भारी बारिश होने की संभावना है। मयिलादुथुराई, कराईकल, कुड्डालोर, अरियालुर और पेरम्बलुर जिलों में भी स्कूल और कॉलेजों को बंद कर दिया गया है। पुडुचेरी में भी बारिश के कारण शिक्षण संस्थान बंद रहेंगे।
डेंगू और वायरल संक्रमण में वृद्धि
लगातार हो रही बारिश के कारण राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने डेंगू, इन्फ्लूएंजा और वायरल संक्रमण में वृद्धि की चेतावनी दी है। चेन्नई और आसपास के जिलों में बुखार, श्वसन संक्रमण और वायरल रोगों के मामलों में वृद्धि दर्ज की गई है। स्वास्थ्य विभाग ने बच्चों और बुजुर्गों के लिए अतिरिक्त सावधानी बरतने की सलाह दी है।
लक्षणों पर रखें विशेष ध्यान
अधिकारियों ने बताया कि तेज बुखार, ठंड लगना, खांसी, गले में खराश, शरीर में दर्द और सिरदर्द जैसे लक्षण दिखने पर तुरंत डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए। चेन्नई के निजी अस्पतालों के विशेषज्ञों ने कहा कि दो सप्ताह से अधिक समय तक खांसी का बना रहना वायरल संक्रमण का संकेत हो सकता है, जिससे बच्चों को विशेष देखभाल की जरूरत है।
विशेषज्ञ की सलाह
एंटोमोलॉजिस्ट रजनी वारियर ने बताया कि 17 अक्टूबर को पूर्वोत्तर मानसून के शुरू होने के बाद से बुखार, सिरदर्द और गले के संक्रमण के मामलों में बढ़ोतरी हुई है। वारियर ने सलाह दी कि बुखार उतरने के बाद भी गले में संक्रमण बना रह सकता है, और खासतौर पर श्वसन, किडनी या लीवर की बीमारी से ग्रस्त लोगों को इस मौसम में सावधानी बरतनी चाहिए।