Edited By Utsav Singh,Updated: 29 Oct, 2024 06:30 PM
हैदराबाद से एक बेहद हैरान कर देने वाली सच्चाई सामने आई है, जिसने न सिर्फ हैदराबाद बल्कि पूरे देश को झकझोर कर रखा है। यहां शादियां अब होटल और कमेटी हॉल में नहीं, बल्कि व्हाट्सएप के जरिए ऑनलाइन की जाती हैं। इस दुल्हन बाजार में लड़कियों की शादियां उन...
नेशनल डेस्क : हैदराबाद के दुल्हन बाजार की एक नई कहानी सामने आई है, जिसने देशभर में सनसनी मचा दी है। यहां शादियां अब होटल और हॉल में नहीं, बल्कि 'व्हाट्सएप' पर की जा रही हैं। इस बाजार में ज्यादातर दूल्हे ओमान, कतर और बहरीन के अमीर व्यवसायी होते हैं, जो युवा लड़कियों से शादी करने के लिए पैसे देते हैं। रिश्ते पहले परिचितों या फेस-टू-फेस मुलाकातों के जरिए तय होते थे, लेकिन अब लोग समय की कमी के कारण ऑनलाइन साइट्स का सहारा ले रहे हैं।
अवैध गतिविधियों का विस्तार
हाल ही में पुलिस और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने खुलासा किया है कि यह अवैध रैकेट अब ऑनलाइन प्लेटफार्मों पर भी सक्रिय हो गया है। पहले ये गतिविधियाँ अधिकतर छिपी हुई थीं और सीमित दायरे में चल रही थीं, लेकिन अब इंटरनेट के जरिए ये तेजी से फैल रही हैं। इंटरनेट के माध्यम से यह रैकेट अपने शिकारों को आसानी से खोज रहा है। सोशल मीडिया, डेटिंग साइट्स और अन्य ऑनलाइन प्लेटफार्मों का इस्तेमाल करके ये लोग लड़कियों और उनके परिवारों को निशाना बना रहे हैं। इसके चलते यह समस्या और भी गंभीर होती जा रही है, जिससे समाज में एक नई चुनौती पैदा हो गई है।
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यौन शोषण का भयावह सच
दुल्हन बाजार के माध्यम से होने वाली शादियां केवल धोखाधड़ी तक सीमित नहीं हैं, बल्कि इसके बाद दुल्हनों का यौन शोषण भी किया जाता है। इस प्रक्रिया में शामिल लड़कियों को टूरिस्ट वीजा पर उनके पतियों के पास भेजा जाता है, जहाँ उन्हें बुरी तरह से शोषण का सामना करना पड़ता है। जब ये लड़कियां अपने पतियों के पास पहुंचती हैं, तो उन्हें असलियत का सामना करना पड़ता है। अक्सर उन्हें एक बेहतर जीवन का सपना दिखाकर फुसलाया गया होता है, लेकिन सच्चाई यह होती है कि उन्हें वादे के अनुसार कोई सुरक्षा या सम्मान नहीं मिलता।
गरीब और कमजोर वर्ग की लड़कियों का शोषण
इस रैकेट का मुख्य लक्ष्य गरीब और कमजोर वर्ग की लड़कियां होती हैं। इन लड़कियों को बेहतर जीवन का सपना दिखाकर फुसलाया जाता है, जिससे वे आसानी से इस जाल में फंस जाती हैं। रैकेट संचालक इन लड़कियों को आकर्षक जीवनशैली, पैसे और सुख-सुविधाओं का वादा करते हैं। अक्सर उन्हें झूठे सपनों के जरिए बहकाया जाता है, जिससे वे शादी के लिए राजी हो जाती हैं। एक बार जब ये लड़कियां इस जाल में फंस जाती हैं, तो उन्हें अमीर व्यक्तियों के हाथों बेच दिया जाता है। इस प्रक्रिया में, उनकी पहचान और अधिकारों का पूरी तरह से हनन किया जाता है। यह न केवल व्यक्तिगत रूप से इन लड़कियों के लिए भयावह होता है, बल्कि समाज में भी एक गंभीर समस्या उत्पन्न करता है।
शादी की संख्या में वृद्धि
एक रिपोर्ट के अनुसार, हर महीने 20 से 30 ऐसी शादियां हो रही हैं, जो दुल्हन बाजार के माध्यम से आयोजित की जाती हैं। यह स्थिति न केवल चिंताजनक है, बल्कि इसे रोकने की तत्काल आवश्यकता है।उदाहरण के तौर पर, 22 वर्षीय लड़की फातिमा (बदला हुआ नाम) की कहानी बेहद दुखद है। उसने अपनी दादी के इलाज के लिए अपनी उम्र से तीन गुना बड़े व्यक्ति से शादी की। फातिमा को इस विवाह में 2 लाख रुपये का वादा किया गया था, जो उसे आकर्षित करने के लिए एक लुभावना प्रस्ताव था। फातिमा की कहानी जैसे कई उदाहरण इस रैकेट की भयावहता को उजागर करते हैं। हमें इस समस्या के प्रति जागरूक होने की आवश्यकता है और ऐसी गतिविधियों को रोकने के लिए ठोस कदम उठाने होंगे। समाज को मिलकर इन लड़कियों की रक्षा करनी होगी और उनके अधिकारों की सुरक्षा सुनिश्चित करनी होगी।
अवैध गतिविधियों का संचालन ऑनलाइन
पुलिस के मुताबिक, यह गिरोह अब सोशल मीडिया, डेटिंग साइट्स और अन्य ऑनलाइन प्लेटफार्मों के जरिए अपनी अवैध गतिविधियों को संचालित कर रहा है। यह बदलाव पारंपरिक तरीकों से डिजिटल युग में आने की ओर इशारा करता है, जो इन गतिविधियों को और भी खतरनाक बना रहा है।
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सोशल मीडिया का दुरुपयोग
सोशल मीडिया पर फर्जी प्रोफाइल बनाकर लड़कियों को धोखा दिया जा रहा है। इस प्लेटफॉर्म का उपयोग करके ये गिरोह आसानी से अपनी पहचान छिपा लेते हैं और युवाओं को आकर्षित करते हैं। यहां तक कि वे झूठे वादे और सपने दिखाकर इन्हें फंसाते हैं।
डेटिंग साइट्स का इस्तेमाल
डेटिंग साइट्स भी अब इस रैकेट के लिए एक माध्यम बन गई हैं। यहां पर लड़कियों और महिलाओं की प्रोफाइल को टारगेट किया जाता है, जिससे उन्हें असुरक्षित संबंधों में डालने का प्रयास किया जाता है। ये प्लेटफॉर्म अक्सर कानून से परे होते हैं, जिससे इन गतिविधियों को रोकना कठिन हो जाता है।
महिलाओं की सुरक्षा पर खतरा
हैदराबाद पुलिस की साइबर क्राइम डिवीजन इस रैकेट पर कड़ी नजर रखे हुए है। हाल ही में कुछ संदिग्ध वेबसाइट्स को बंद किया गया है, जो इस अवैध गतिविधि में संलग्न थीं। यह कदम आवश्यक है, लेकिन केवल शुरुआत है। हालांकि कुछ वेबसाइट्स को बंद कर दिया गया है, लेकिन इस रैकेट की जड़ें काफी गहरी हैं। इसकी संरचना इतनी मजबूत है कि इसे खत्म करने में समय लगेगा। पुलिस को इस समस्या का समग्र दृष्टिकोण से समाधान निकालना होगा।
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राष्ट्रीय चिंता का विषय
यह घटना न केवल हैदराबाद के लिए, बल्कि पूरे देश के लिए चिंता का विषय है। इस प्रकार के रैकेट्स महिलाओं की सुरक्षा और स्वतंत्रता के लिए गंभीर खतरा बन गए हैं। यह समस्या समाज के विभिन्न वर्गों को प्रभावित कर रही है। महिलाओं की सुरक्षा और स्वतंत्रता को गंभीर खतरे का सामना करना पड़ रहा है। जब तक हम इस मुद्दे को गंभीरता से नहीं लेंगे और इसे सही तरीके से संबोधित नहीं करेंगे, तब तक ऐसी घटनाएं घटती रहेंगी।
इस रैकेट को खत्म करने के लिए एकजुट प्रयासों की आवश्यकता है। पुलिस, समाज और सरकार को मिलकर काम करना होगा। महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए जागरूकता, कानूनों का कड़ाई से पालन और एक सुरक्षित वातावरण का निर्माण करना आवश्यक है।