Edited By Ashutosh Chaubey,Updated: 24 Jan, 2025 09:36 PM
प्रयागराज का महाकुंभ 2025 का आयोजन इस बार अपनी अनोखी घटनाओं के लिए चर्चा में है। इसी महाकुंभ में बॉलीवुड की मशहूर अभिनेत्री ममता कुलकर्णी ने अपना नया अध्याय शुरू किया है। ममता कुलकर्णी, जो अपनी फिल्मों के लिए जानी जाती हैं, अब संन्यास लेकर किन्नर...
नेशनल डेस्क: प्रयागराज का महाकुंभ 2025 का आयोजन इस बार अपनी अनोखी घटनाओं के लिए चर्चा में है। इसी महाकुंभ में बॉलीवुड की मशहूर अभिनेत्री ममता कुलकर्णी ने अपना नया अध्याय शुरू किया है। ममता कुलकर्णी, जो अपनी फिल्मों के लिए जानी जाती हैं, अब संन्यास लेकर किन्नर अखाड़े में महामंडलेश्वर बनने की दिशा में कदम बढ़ा चुकी हैं। उनका यह फैसला बहुत ही चौंकाने वाला है और मीडिया में भी इसकी खूब चर्चा हो रही है।
साधू-संतों की राह पर कदम
ममता कुलकर्णी ने महाकुंभ के अवसर पर किन्नर अखाड़े में प्रवेश किया और वहां के आचार्य महामंडलेश्वर डॉ. लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी से आशीर्वाद लिया। ममता ने गले में रुद्राक्ष की माला पहनी हुई थी और कंधे पर भगवा रंग का झोला लटकाए हुए थीं। उनका यह रूप देखकर हर कोई हैरान था, क्योंकि इससे पहले उन्हें हमेशा ग्लैमरस रोल्स में ही देखा गया था। ममता ने इस अवसर पर कहा, “यहां आना मेरे लिए सौभाग्य की बात है। यहां मुझे अपने जीवन के उद्देश्य को समझने का अवसर मिल रहा है।” इस दौरान उन्होंने आचार्य महामंडलेश्वर के साथ करीब एक घंटे तक महाकुंभ और धर्म, अध्यात्म से जुड़े महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की।
महामंडलेश्वर बनने की प्रक्रिया
यह खबर आ रही है कि ममता कुलकर्णी किन्नर अखाड़े में महामंडलेश्वर बनने की प्रक्रिया में हैं। इस प्रक्रिया के तहत पहले ममता संगम में स्नान करेंगी, फिर पिंडदान करेंगी और अंत में महामंडलेश्वर बनने की औपचारिकता पूरी की जाएगी। यह प्रक्रिया बहुत ही महत्वपूर्ण मानी जाती है और ममता के लिए यह एक नया अध्याय है, जिसमें वह धार्मिक और आध्यात्मिक जीवन की ओर अग्रसर हो रही हैं।
बॉलीवुड से किन्नर अखाड़े तक का सफर
ममता कुलकर्णी का बॉलीवुड करियर बहुत ही सफल रहा है। उन्होंने कई बड़ी फिल्मों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है, जिनमें "छुपा रुस्तम", "सेंसर", "चाइना गेट", "करन अर्जुन", "किला", "क्रांतिकारी", "जीवन युद्ध", "नसीब", "बेकाबू", "बाजी" और "तिरंगा" जैसी फिल्में शामिल हैं। इन फिल्मों में उनकी एक्टिंग को दर्शकों द्वारा खूब सराहा गया था। ममता कुलकर्णी की गिनती उन एक्ट्रेसेज में होती है जिन्होंने अपने अभिनय और खूबसूरती से दर्शकों के दिलों में खास जगह बनाई। लेकिन अब उन्होंने ग्लैमरस दुनिया को छोड़कर धार्मिक और आध्यात्मिक जीवन को अपनाने का फैसला किया है।
किन्नर अखाड़े में महामंडलेश्वर बनने की तैयारी
ममता कुलकर्णी की किन्नर अखाड़े में महामंडलेश्वर बनने की प्रक्रिया पहले ही शुरू हो चुकी है। उन्हें आचार्य महामंडलेश्वर डॉ. लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी के मार्गदर्शन में इस पद पर प्रतिष्ठित किया जाएगा। डॉ. लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी किन्नर समाज की प्रमुख हस्ती हैं और उनके मार्गदर्शन में ममता को इस सम्मानित पद पर बैठाया जाएगा।
महाकुंभ में विशेष महत्व
महाकुंभ हिंदू धर्म का एक बड़ा आयोजन है, जिसमें लाखों श्रद्धालु संगम में स्नान करने और अपने पापों से मुक्ति पाने के लिए आते हैं। ममता कुलकर्णी के लिए महाकुंभ में इस महत्वपूर्ण कदम को उठाना उनके जीवन के एक नए अध्याय की शुरुआत है। यह उनके लिए एक आध्यात्मिक यात्रा की तरह है, जो उन्हें न सिर्फ आत्मशांति दिलाएगी, बल्कि समाज के प्रति उनके योगदान को भी नया दिशा देगी।
ममता का भविष्य, ग्लैमर से साधना तक
ममता कुलकर्णी के इस निर्णय से यह साफ है कि अब वह फिल्मों और ग्लैमरस जीवन से दूर धर्म की राह पर चलने के लिए तैयार हैं। किन्नर अखाड़े में महामंडलेश्वर बनना उनका उद्देश्य है, और इसके लिए उन्होंने पूरी तरह से अपनी तैयारी शुरू कर दी है। यह कदम ममता के लिए न केवल व्यक्तिगत परिवर्तन है, बल्कि यह किन्नर समाज के लिए भी एक प्रेरणा बन सकता है। उनकी यह यात्रा बहुत से लोगों के लिए एक उदाहरण बनेगी, जो यह मानते हैं कि कभी भी इंसान अपनी जीवन यात्रा को बदल सकता है और किसी भी उम्र में नई राह पर चलने का फैसला कर सकता है।