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प्रयागराज महाकुम्भ में AI की मदद से मिनटों में मिल रहे बिछड़े, चप्पे-चप्पे पर सुरक्षा

Edited By Anu Malhotra,Updated: 21 Jan, 2025 11:27 AM

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हिंदी फिल्मों में कुम्भ का मेला अपनों के बिछड़ने की बानगी बनता रहा है लेकिन प्रयागराज के महाकुम्भ के मेले में बिछड़ने वाले कुछ ही घंटों में मिलाए जा रहे हैं। इसके लिए पुलिस का खोया पाया वभाग बड़े पैमाने पर  ए आई का इस्तेमाल कर रहा है। मेले की सुरक्षा...

प्रयागराज 20 जनवरी: नरेश कुमार : हिंदी फिल्मों में कुम्भ का मेला अपनों के बिछड़ने की बानगी बनता रहा है लेकिन प्रयागराज के महाकुम्भ के मेले में बिछड़ने वाले कुछ ही घंटों में मिलाए जा रहे हैं। इसके लिए पुलिस का खोया पाया वभाग बड़े पैमाने पर  ए आई का इस्तेमाल कर रहा है। मेले की सुरक्षा के लिए बनाए गए 4 इंटीग्रेटिड कमांड एन्ड कंट्रोल सेंटर (आई सी सी सी सी ) का प्रभार देख रहे आई पी एस अधकारी अमित कुमार ने बताया कि  मेला क्षेत्र में पुलिस द्वारा खोया पाया सेंटर बनाए गए हैं।

 यह सेंटर ए आई से सुसज्जित चैट बॉट की सुविधा से सस्ज्जित हैं। यदि किसी को हिंदी या अंग्रेजी बोलने या समझने में परेशानी है तो वह अपनी बात अपनी भाषा में इन चैट बॉट्स को बता देता है और यह चैट बॉट व्यास डाटा को हिंदी या अंग्रेजी में ट्रांसलेट कर के सेंटर पर तैनात अधिकारी को पूरे मामले की जानकारी बताते हैं।

 खोया पाया सेंटर पर खोने वाले व्यक्ति की आखिरी लोकेशन पूछी जाती है और उस लोकेशन पर लगे ए  आई कैमरों से खोये हुए व्यक्ति की फोटो निकाल कर इंटीग्रेटिड कमांड एन्ड कंट्रोल सेंटर (आई सी सी सी सी ) को भेजी जाती है , इन केंद्रों पर तैनात इस फोटो जैसे चेहरे के व्यक्तियों को  लोकेशन के इर्द गिर्द लगे कैमरों में कैप्चर होने वाले व्यक्तियों के चेहरे से मिलान करता है और इस तरह से अब तक कई लोगों को ढूंढा चुका है। मेले में खोये दो बच्चो को ढूंढ़ने में ही अब तक सबसे ज्यादा 9 घंटे का समय लगा है जबकि अन्य मामलों में पुलिस ने एक या दो घंटे के भीतर ही खोये हुए व्यक्तियों को ढून्ढ निकाला।

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प्रयागराज में चल रहे कुम्भ मेले के दौरान चार हाजर हेक्टेयर में बसाए गए अस्थाई शहर के चप्पे चप्पे की ए आई से सुसज्जित कैमरों से निगरानी की जा रही है ।  मेले के दौरान सुरक्षा व्यवस्था को कायम रखने के लिए इसे 10 जोन और 25 सैक्टरों में विभाजित  किया गया है। मेला क्षेत्र में कुल 56 पलिस थाने और 155 पुलिस चौंकियाँ काम कर रही हैं। इसके अलावा 3 जल पुलिस स्टेशन और 1 जल पुलिस कंट्रोल रूम बनाया गया है। बोट्स के जरिए जल पुलिस लगातार पानी में सक्रिय रहती है।  

मेले की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए उत्तर प्रदेश के हर जिले के जवानों और अधिकारियों  की मेला क्षेत्र में तैनाती की गई है।  कुल मिला कर मेला क्षेत्र में 40 हजार के करीब पुलिस कर्मचारी , बी एस एफ , आई टी बी पी सहित पैरा मिल्ट्री फ़ोर्स की 100 कंपनियां, एन एस जी सहित तमाम सुरक्षा एजेंसियों के अफसर और कर्मचारी तैनात हैं और पूरे सुरक्षा अमले की गिनती करीब 60 हजार है।

 पूरे मेला क्षेत्र और प्रयागराज  में लगे करीब तीन  हजार से ज्यादा कैमरे 4 इंटीग्रेटिड कमांड एन्ड कंट्रोल सेंटर आई सी सी सी सी के जरिए नियंत्रित किए जा रहे हैं और यह चारों केंद्र अलग अलग जगह पर बनाए गए हैं इनमे 10-10 घंटे की शिफ्ट में कर्मचारी काम कर रहे हैं। हर आई सी सी सी सी में करीब 200 जवानों की तैनाती की गई है जो शहर के अंदर की गतिविधयों ,शहर के बाहर से आने वाले ट्रेफिक के साथ साथ मेला क्षेत्र में हो रही घटनाओं पर बारीकी से नजर रख रहे हैं।
 

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