Edited By rajesh kumar,Updated: 10 Jan, 2025 08:13 PM
भारत के स्टार ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन अपने एक बयान के कारण विवादों में फंस गए हैं। उन्होंने कहा कि हिंदी भारत की राष्ट्रीय भाषा नहीं है। अश्विन का यह बयान तमिलनाडु के एक निजी इंजीनियरिंग कॉलेज के स्नातक समारोह के दौरान आया, जहां उन्होंने छात्रों...
नई दिल्ली: भारत के स्टार ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन अपने एक बयान के कारण विवादों में फंस गए हैं। उन्होंने कहा कि हिंदी भारत की राष्ट्रीय भाषा नहीं है। अश्विन का यह बयान तमिलनाडु के एक निजी इंजीनियरिंग कॉलेज के स्नातक समारोह के दौरान आया, जहां उन्होंने छात्रों को संबोधित करते हुए यह बात कही। इस बयान के बाद से सोशल मीडिया पर उनकी जमकर चर्चा हो रही है।
रविचंद्रन अश्विन का बयान
अश्विन ने छात्रों से कहा, "अगर कोई अंग्रेजी या तमिल में उतना दक्ष नहीं है, तो क्या कोई हिंदी में सवाल पूछने में रुचि रखता है?" इसके बाद उन्होंने कहा, "मैंने सोचा कि मुझे यह कहना चाहिए: हिंदी हमारी राष्ट्रीय भाषा नहीं है, यह एक आधिकारिक भाषा है।"
अश्विन का यह बयान खासतौर पर ऐसे समय में आया है, जब तमिलनाडु की सत्तारूढ़ पार्टी डीएमके और अन्य विपक्षी दलों ने केंद्र सरकार पर आरोप लगाए हैं कि वह दक्षिण भारतीय राज्यों में हिंदी थोपने की कोशिश कर रही है।
अश्विन ने टीम इंडिया की कप्तानी पर भी बात की
कार्यक्रम में अश्विन ने भारतीय क्रिकेट टीम की कप्तानी पर भी अपनी राय दी। उन्होंने कहा, "जब कोई मुझसे कहता है कि मैं यह नहीं कर सकता, तो मैं इसे पूरा करने के लिए प्रयास करता हूं, लेकिन जब कोई कहता है कि मैं कर सकता हूं, तो मेरी रुचि खत्म हो जाती है।"
अश्विन का छात्रों को संदेश
अश्विन ने छात्रों से अपने अनुभव भी साझा किए और कहा कि उन्हें इंजीनियरिंग की पढ़ाई के दौरान बहुत कुछ सीखा। उन्होंने छात्रों को यह संदेश दिया कि कभी हार नहीं माननी चाहिए और संदेह के समय में भी अपने लक्ष्य की ओर मजबूती से बढ़ते रहना चाहिए। उन्होंने कहा, "अगर मुझे इंजीनियरिंग के दौरान कहा जाता कि मैं कप्तान नहीं बन सकता, तो मैं और अधिक मेहनत करता।"
अश्विन ने छात्रों को यह भी बताया कि यदि आप सीखना बंद कर देंगे तो उत्कृष्टता केवल एक शब्द बनकर रह जाएगी। उनका यह संदेश था कि छात्र कभी नहीं रुकें, क्योंकि अगर आप नहीं रुकेंगे तो सीखने का सिलसिला जारी रहेगा और सफलता मिलेगी।