Edited By Mahima,Updated: 07 Feb, 2025 10:55 AM
![historic excavation will take place in 2026 government preparations](https://img.punjabkesari.in/multimedia/914/0/0X0/0/static.punjabkesari.in/2025_2image_10_54_293161220gold-ll.jpg)
मध्य प्रदेश के शिवपुरी जिले में हीरे, सोने और चांदी के खजाने की संभावना जताई गई है। जीएसआई के सर्वे में 630 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में खनिज भंडार के संकेत मिले हैं। 2026 में खुदाई की प्रक्रिया शुरू होने की योजना है, जिससे क्षेत्र की आर्थिक स्थिति में...
नेशनल डेस्क: मध्य प्रदेश के शिवपुरी जिले में एक ऐतिहासिक खजाना मिलने की संभावना जताई जा रही है। जियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया (GSI) के ताजा सर्वे के अनुसार, शिवपुरी जिले के नरवर और खनियाधाना तहसीलों में हीरे, सोने और चांदी के विशाल खनिज भंडार होने के संकेत मिले हैं। यह खोज न केवल शिवपुरी जिले, बल्कि पूरे राज्य की अर्थव्यवस्था के लिए एक बड़ा कदम साबित हो सकती है। अगर इस खजाने की खुदाई में सफलता मिलती है, तो यह राज्य के आर्थिक परिदृश्य को पूरी तरह बदलने का सामर्थ्य रखता है।
हीरे, सोने, चांदी और अन्य खनिजों के मौजूद होने की जताई संभावना
GSI द्वारा किए गए सर्वे में शिवपुरी जिले के लगभग 630 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में बहुमूल्य खनिजों के संकेत पाए गए हैं। इस क्षेत्र में 60 से अधिक गांव शामिल हैं, और यहाँ हीरे, सोने, चांदी और अन्य खनिजों के मौजूद होने की संभावना जताई जा रही है। प्रशासन और विशेषज्ञों की टीमें इस क्षेत्र के बारे में विस्तृत अध्ययन कर रही हैं, ताकि यहाँ की खुदाई की संभावनाओं को लेकर सही अनुमान और योजना बनाई जा सके।
सभी कानूनी और तकनीकी प्रक्रियाएं पहले ही शुरू
खनिज विभाग के अधिकारियों के मुताबिक, 2026 से इस क्षेत्र में खुदाई की प्रक्रिया शुरू हो सकती है। इसके लिए सभी कानूनी और तकनीकी प्रक्रियाएं पहले ही शुरू कर दी गई हैं। यदि इन खनिजों के बारे में अनुमान सही साबित होते हैं और खुदाई सफल रहती है, तो शिवपुरी का आर्थिक परिदृश्य पूरी तरह बदल सकता है। यह न केवल जिले की अर्थव्यवस्था के लिए फायदेमंद होगा, बल्कि राज्य और देश के राजस्व में भी भारी वृद्धि हो सकती है।
खोज से क्षेत्र का आर्थिक होगा विकास
शिवपुरी के जिलाधिकारी ने इस खोज को जिले के लिए ऐतिहासिक अवसर बताया है। उनका कहना है कि सरकार और प्रशासन इस परियोजना को गंभीरता से ले रहे हैं और जल्द ही इस पर जरूरी कदम उठाए जाएंगे। स्थानीय लोग भी इस खबर से उत्साहित हैं और उम्मीद कर रहे हैं कि इस खोज से क्षेत्र का आर्थिक विकास होगा। उन्हें विश्वास है कि इससे रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे और जिले की गरीबी कम हो सकती है।
राष्ट्रीय राजस्व में भी होगी बढ़ोतरी
अगर भविष्य में हीरे, सोने और चांदी की खुदाई सफल होती है, तो शिवपुरी जिले को एक नए औद्योगिक और खनन क्षेत्र के रूप में विकसित किया जा सकता है। इससे न केवल जिले के आर्थिक स्तर में वृद्धि होगी, बल्कि प्रदेश और राष्ट्रीय राजस्व में भी बढ़ोतरी होगी। खनन उद्योग के विकास से यहां नए उद्योग स्थापित हो सकते हैं, जिससे स्थानीय लोगों के लिए रोजगार के बड़े अवसर पैदा होंगे। साथ ही, इससे राज्य के अन्य क्षेत्रों में भी आर्थिक विकास के नए रास्ते खुल सकते हैं।
शिवपुरी को "हीरे और सोने की नगरी" के रूप में मिल सकती है पहचान
यह खजाना यदि वास्तविकता बनता है, तो शिवपुरी को "हीरे और सोने की नगरी" के रूप में पहचान मिल सकती है। यह एक ऐतिहासिक खोज साबित हो सकती है, जिससे जिले की सूरत बदल जाएगी और समृद्धि का नया दौर शुरू होगा। पूरे जिले में इस परियोजना को लेकर उत्साह का माहौल है, और सभी की निगाहें 2026 में शुरू होने वाली खुदाई पर हैं। यह परियोजना न केवल शिवपुरी, बल्कि मध्य प्रदेश और भारत की खनन और औद्योगिक अर्थव्यवस्था को नई दिशा दे सकती है।